इजराइल-फलस्तीन संघर्ष में भारत किसे सपोर्ट करेगा, अरब देश की नज़रे भी भारत के स्टैंड पर रहेगी

अभी इजराइल और हमास के बीच चल रहा युद्ध बहुत से वैश्विक प्रयासों के बाद भी थम नहीं पा रहा है। इसी बीच ये सवाल भी सामने आने लगा है कि आखिर भारत किसका पक्षधर है। इसी दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने ही इजराइली पीएम (Benjamin Netanyahu) से फ़ोन पर वार्ता करने पर ये समझा गया कि भारत ने इजराइल का पक्ष ले लिया है।

बीते दिनों गाजा के हॉस्पिटल में विस्फोट होने के बाद पीएम मोदी ने फलस्तीनी राष्ट्रपति से भी वार्ता की है। सबसे पहले 7 अक्टूबर को हमास के द्वारा इजराइली नागरिको पर हमला किये जाने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करके इसकी कड़ी निंदा जाहिर की थी। वे (Narendra Modi) ऐसा करने वाले चुनिंदा नेता थे और इससे इजराइली लोग एवं सरकार काफी प्रभावित हुए।

गलत को गलत कहेंगे – विदेश मंत्रालय

इन सभी घटनाओ के बाद भारत में दो धड़े तैयार हो गए है एक का मानना है कि भारत सीधे ही इजराइल के समर्थन में हो गया है। तो कुछ के अनुसार इस तरह से फलीस्तीन को अकेला छोड़ना भी गलत है। यदि भारतीय विदेश मंत्रालय की मंशा जाने तो वे इस मामले में किसी भी एक पक्ष की ओर नहीं है। इजराइल-फलीस्तीन परेशानी पर भारतीय विदेश नीति एकदम संतुलित रहने वाली है।

भारत के रुख पर अरब देशों की नजरे

पीएम मोदी की ओर से युद्ध के शुरू में किया गया ट्वीट भी अरब देशों में वार्ता का विषय है। कुछ अरब जानकार कहते है कि भारत को अपने पुराने रुख को ही फलीस्तीन के लिए बनाये रखना चाहिए। खाड़ी एवं अरब देशों में बहुत से इंडियन रह रहे है तो अरब राजनीति में भारत के रुख से हलचल होना स्वाभाविक है।

पीएम मोदी के इजराइल पर हुए खून-खराबे को लेकर वेदना जरूर जाहिर की गई थी जोकि कठिन घडी में इजराइल से एकता दिखलाती है। किन्तु इसको लेकर विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि भारत संप्रभु और आजाद फलीस्तीन का भी स्पोर्ट करता है। वे शान्तिवादी तरीके से आपसी वार्ता के पक्षधर है।

गाजा हॉस्पिटल विस्फोट की निंदा की

अभी जारी युद्ध को लेकर भी भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि लड़ाई में इंटरनेशनल ह्यूमन लॉ का पूर्णतया पालन हो। पीएम मोदी ने गाजा के हॉस्पिटल पर हुए बम विस्फोट में 500 नागरिको के मरने के बाद ट्वीट किया था कि इस घटना की जिम्मेदारी निश्चित होनी जरुरी है। पीएम ने फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास (Mahmoud Abbas) को फ़ोन से दुःख भी व्यक्त किया है।

भारत से फलस्तीन को मानवीय मदद मिलेगी

पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा है कि गाजा के हॉस्पिटल में आम नागरिको के मरने पर संवेदना है। हमारी तरफ से फलीस्तीनी नागरिको के लिए मानवीय मदद भेजी जाती रहेगी। पीएम दोनों देशो के बीच मामले को लेकर भारत के काफी समय से चले आ रहे सैद्धांतिक स्थिति को जारी रख रहे है।

यदि भारत के इस मामले पर रुख की बात करे तो इसमें भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक होने का आव्हान किया है। इसका अर्थ है कि भारत दोनों देशों में मरने वाले निर्दोष नागरिको को लेकर दुखी एवं चिंतित है। भारत का सीधा मानना है कि नागरिक किसी भी देश का हो लेकिन उनका नुकसान बिलकुल न हो।

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भारत आम नागरिको के लिए चिंतित

हॉस्पिटल विस्फोट की घटना के बाद अरब के अधिकतर देश इजराइल को दोषी मान रहे है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) के अनुसार वहाँ अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों का सख्ती से पालन होना जरुरी है। ऐसे में भारत किसी एक देश की ओर है ये कहना एकदम गलत ही होगा। यानी किसी एक को समर्थन न देकर गलत को गलत ही कहेगा।

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