इजराइल और हमास के बीच गाजा पट्टी में लड़ाई जारी है और दोनों ओर से रॉकेटों से हमले हो रहे है। इजराइल की आर्मी जमीनी एवं हवाई कार्यवाही करके हमास के अड्डों को नष्ट करने के प्रयास कर रही है। बुधवार को सेना (Israel) ने गाजा के सर्वाधिक बड़े शरणार्थी कैम्प कर ही अटैक किया है। इस रिहायसी बिल्डिंग में हुए अटैक से काफी नागरिक भी जख्मी हुए है।
इसके बाद इजराइल के रक्षा बालो ने दावे किये है कि उसके एयर अटैक में हमास की सेन्ट्रल जबालिया बटालियन के कमाण्डर इब्राहिम बियारी एवं 50 आतंकियों की मौत हो गई है। इसके अलावा जबारिया बटालियन के द्वारा इस्तेमाल हो रही बिल्डिंग को भी कब्जाया है।
दूसरी तरफ इजराइली आर्मी की इस कार्यवाही के बाद हमास की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड का कहना है कि जबारिया शरणार्थी कैम्प पर हुए अटैक से 7 बंधकों की मौत ही है। इन मरने वालों में 3 विदेशी नागरिक भी है। इजराइल का पक्ष है कि हमास द्वारा किये गए हमले के पहले दिन से अभी तक गाजा पट्टी पर 11 हजार से ज्यादा अड्डे नष्ट किये गए है।
अभी लड़ाई जारी रहेगी – पीएम नेतन्याहू
बुधवार को ही इजराइल के पीएम नेतन्याहू ने भी स्पष्ट कर दिया है कि गाजा पट्टी में ‘दर्दनाक हानि’ होने के बाद भी हमास के विरुद्ध इजराइल की लड़ाई जारी रहेगी। आर्मी की तरफ से 11 जवानो के मरने की बात की पुष्टि के बाद पीएम (Benjamin Netanyahu) ने एक टीवी सम्बोधन में कहा है कि हमारे पास बहुत सी खास उपलधियाँ है तो कुछ दर्दनाक हानि भी है। हमे पता है कि हमारा हर जवान एक पूरी दुनिया है।
भारतीय मूल का इजराइली सैनिक शहीद
उत्तरी गाजा में चल रहे संघर्ष में हमास के अटैक में 9 इजराइल के जवान मारे गए है और IDF ने भी इनके मरने की बात मानी है। इसके अलावा 2 जवानो की स्थिति गंभीर बनी हुई है। दोनों के बीच ये लड़ाई 26वे दिन में प्रवेश कर गई है। इजराइल के डिमोना सिटी के मेयर बेनी बिट्टन ने इंटरनेट पर खबर दी है कि मरे इजराइली जवान में भारतीय मूल का 20 वर्ष जवान भी है।
वे कहते है कि हम बहुत दुःख के साथ डिमोना के बेटे हेलेल की मृत्यु की घोषणा कर रहे है। उन्होंने सेवा के उद्देश्य से ब्रिगेड में जाने ओके चुना और वे एक समर्पित इंसान थे।
विदेशियों के लिए राफा सीमा खोली गई
युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार राफा बॉर्डर को विदेशी नागरिको के लिए खोला गया है। इसेक बाद बहुत से विदेशी पासपोर्ट धारी नागरिक राफा क्रॉसिंग के द्वारा गाजा से मिस्त्र में पहुँच गए है। अभी तक यहाँ से 400 नागरिको के मिस्त्र में प्रवेश की खबरे है और युद्ध में हताहत होने वाले फलीस्तीनी लोग भी यही से निकालेंगे।
राफा क्रॉसिंग से 200 से ज्यादा मानव मदद वाले ट्रक भी मिस्त्र से गाजा में पहुँचे है किंतु अभी तक किसी भी नागरिक को मिस्त्र में जाने की स्वीकृति नहीं मिली है। बुरी तरह से हताहत हुए नागरिको को जरूर सीमा पार करने की आज्ञा है। मिस्त्र के मुताबिक़ बुधवार के दिन 81 भीषण रूप से हताहत हुए नागरिको को इलाज की अनुमति मिल गई है।
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हमास का शासन वापस नहीं आएगा – अमरीका
अमरीका के विदेश मंत्री एन्टनी ब्लिंकन का कहना है कि इंटरनेशनल लेवल पर मान्य फलीस्तीनी प्राधिकरण का वापस आना सर्वाधिक मायने रखता है। अमरीकी सीनेट में सुनवाई के समय ब्लिंकन का कहना था कि हमास के शासन में आने की उम्मीदे नहीं है। वे एक प्रश्न के उत्तर में उस इलाके पर इजराइल एक कब्जे से भी सहमत नहीं है।
गाजा पर शासन को लेकर पूछे गए प्रश्न पर वे (Antony Blinken) कहते है कि एक प्रभावी एवं पुनर्जीवित फलीस्तीनी प्राधिकरण को ही शासन एवं सुरक्षा की जिम्मेदारी देनी होगी। वैसे कमजोर एवं अपने ही नागरिको में अप्रासंगिक फलीस्तीनी प्राधिकरण ने साफ़ कर दिया है कि इजराइल से सहायता लेकर सत्ता पाने में उसको कोई रूचि नहीं है।