इजराइल पर हमास के हमले के बाद विनाश का दौर शुरू हो गया है। हमले के जवाब में इजराइल ने भी हवाई हमले करने शुरू कर दिए है। इजराइली पीएम बेन्जामिन नेतन्याहू भी इस अटैक को हमास (Hamas) की सबसे बड़ी गलती करार देकर कठोर चेतावनी दे चुके है।
हमास और इजराइल के बीच युद्ध को 72 घंटो का समय बीत चुका है और इस संघर्ष में 900 से भी अधिक लोगो की जाने चली गई है और 2,600 से ज्यादा हताहत हुए है। गाजा पट्टी पर ही 704 नागरिको की मौत हुई है और 4 हजार नागरिक चोटिल हुए है। गाजा में जान गवाने वालो में 143 बच्चे एवं 105 महिलाएँ है।
अब इस लड़ाई का प्रभाव लेबनान तक नजर आ रहा है और दोनों ओर से करीबन 1,600 नागरिको के मरने और 6,000 से ज्यादा लोगो के हताहत होने की खबरे आ रही है। संघर्ष के स्थान पर बम विस्फोट, हवाई हमले एवं हेवी फायरिंग के कारण से लोगो के अफरातफरी की तस्वीरें आ रही है।
हमास के अड्डों को मिटा देंगे
इजराइल के पीएम (Benjamin Netanyahu) ने घोषणा की है कि विपक्षी नेता भी हमारे साथ आकर एक असंघठित सरकार को निर्मित करें और जिन भी अड्डों से हमास के आतंकवादी काम कर रहे है उनको जल्दी ही खंडहर में बदल दिया जाए।
अब इजरायल के अंदरूनी विभाजन का मुद्दा गुजरे समय की बात हो चुका है। हम पहले गाजा पट्टी के पास के शहर से आतंकियों को हटाकर उस स्थान को खाली करेंगे।
हमास भी ISIS जैसा मिट्टी में मिलेगा
इजराइल के पीएम उनके देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाले सहयोग का धन्यवाद करते है। उनके अनुसार इस समय भी इजराइल की बाउंड्री के भीतर फिलिस्तीन के आतंकवादी जगह लिये है।
अब हम इन लोगो के साथ जो करेंगे उसकी गूँज कई नस्लों तक सुनाई देगी। हमारे खोये और अपहरण किये नागरिको की तलाश हो रही है। हमें विश्ववास है कि हमें जीत मिलेगी और हमास भी ISIS का ही अन्य रूप है। इसको भी वैसे ही समाप्त करेंगे जैसे ISIS को ख़त्म किया था।
डोनाल्ड ट्रम्प ने भी मामले पर कहा
इस मामले में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस समय के अमरीकी प्रेजिडेंट की आलोचना की है। ट्रम्प कहते है कि इस हमले के जिम्मेदार बाइडेन है और उनके (Donald Trump) राष्ट्रपति होने पर ये घटना नहीं होने पाती। ट्रम्प अपनी स्पीच में कहते है कि काफी लोग हमारे देश में आ जाते है और ये वे हो सकते है जोकि इस घटना के जुड़े हो।
सेंसेक्स पर इजराइल हमले का असर
हमास से संघर्ष होने बाद से ही इस हफ्ते के पहले ही दिन में शेयर मार्केट में गिरावट हुई है और रेड लाइन से व्यापार शुरू हुआ है। BSE में 30 शेयरों वाल सेंसेक्स पहले दिन 452 पॉइंट्स की कमी पर पहुँचा। इस प्रकार से थोड़े ही मिनट में BSE में सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर्स में निवेशकों के 4 लाख करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी ख़त्म हो गई।
कॉंग्रेसी सांसद ने फलीस्तीन को सर्मथन दिया
इस मामले में भारत सरकार सहित विश्व भर के अन्य देशों ने इजराइल का ही पक्ष लिया है किन्तु कॉंग्रेस पार्टी के जनरल सेक्रेटरी एवं सांसद के सी वेणुगोपाल (K. C. Venugopal) ने फलीस्तीन को अपना समर्थन दिया है। वे इसी समय लड़ाई को रुकवाने एवं वार्ता से समस्या हल करने की बात भी कह रहे है।

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मिडिल ईस्ट में तेल पर प्रभाव पड़ा
इजराइल पर हुए इस अटैक का प्रभाव क्रूड आयल पर भी दिख रहा है। अब नए तरीके से तेल के दामों में अस्थिरता रिकॉर्ड होगी और बीते माह में तेल के रेट में बड़ी ऊंच-नीच हुई है। पिछले महीने ब्रेंट 100 डॉलर/ बैरल तक जाने की ओर था।हालाँकि सोमवार के दिन कच्चे तेल की जमकर खरीदारी भी हुई।