भारत की मेजबानी में खेले जा रहे इस विश्व कप में टीम इंडिया ने अच्छा प्रदर्शन दिखाते हुए अपने सभी पाँच मैच जीते है। इस प्रकार से कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम को पॉइंट टेबल पर 10 पॉइंट मिल चुके है। विश्व कप में अभी तक की सफलता के पीछे कुछ खास बाते है जिनको आगे जारी रखने से भारतीय टीम विश्व विजेता बन सकती है।
इस बार के वनडे विश्व कप में टीम इंडिया सेमी फाइनल मैच में जगह बनाने की ओर बढ़ रही है। इसी सम्भावनाएँ तब बढ़ जाती है जब टीम इंडिया विश्व कप में उम्दा प्रदर्शन दिखा रही है। यदि बुधवार तक की अंक तालिका को देखे तो इसमें टीम इंडिया 10 अंको के साथ सबसे ऊपर बनी हुई है और टीम का रनरेट भी +1.353 है।
ऐसा प्रदर्शन किसी भी विरोधी टीम को परेशान करने को काफी है। अपने विश्व कप के सफर में टीम ने 5 बार की विश्व विजेता टीम ऑस्ट्रेलिया सहित पाकिस्तान और न्यूजीलैंड को करारी शिकस्त दी है। इन जीतो के बाद ही टीम और फैन्स का जोश काफी ऊपर हो चुका है।
टीम इंडिया को बांग्लादेश और अफगानिस्तानी को हराकर अपना रनरेट भी और बेहतर किया है। अब आगे भारतीय टीम को इंग्लैंड (29 अक्टूबर), श्रीलंका (2 नवंबर), साउथ अफ्रीका (5 नवंबर) एवं नीदरलैंड (12 नवंबर) की टीमों से मुकाबला करना होगा।
टीम की यूनिटी कायम रखनी है
अभी तक के विश्व कप में पूरी टीम मैदान पर प्रदर्शन के मामले में एक यूनिट की तरह से दिख रही है। मैच से हटकर भी खिलाडी आपस में मौज-मस्ती एवं दोस्ताना मूड में नजर आते है। टीम में नए एवं पुराने खिलाडियों का मिश्रण है जोकि कुछ अच्छी तस्वीरो में एक ही साथ दिखते है।
ओपनर्स का प्रदर्शन जारी रखना
भारतीय टीम की ओपनिंग की जिम्मेदारी खुद कप्तान रोहित शर्मा ने अपने कंधो पर ली हुई है। रोहित (Rohit Sharma) की उम्र 36 वर्ष और दूसरे ओपनर शुभमन गिल की उम्र 24 वर्ष है और ये दोनों ही भारत को अच्छी शुरुआत देने में सफल हो रहे है। विश्व कप में रोहित एक सेंचुरी और 1 हाफ सेंचुरी कर चुके है। वे 2 पारी में 40+ करने में भी सफल हुए है।
उनके साथ शुभमन गिल ने 3 मैच खेलते हुए 1 फिफ्टी लगाईं है। ईशान किशन ने भी एक मैच में ओपन करते हुए 47 रनो की पारी खेली है। इस प्रकार से ये तीनो ही अच्छी फॉर्म दिखाकर टीम को जीत दिलवा सकते है।
मध्य क्रम का अविजित प्रदर्शन
बैटिंग में अच्छी शुरुआत मिलने के बाद जीत पक्की करने का जिम्मा मध्य क्रम के बल्लेबाजों के ऊपर आ जाता है। अभी तक के मैच में ये सभी खिलाडी सही से प्रदर्शन करने में सफल हुए है। जैसे कोहली ने अभी तक के 5 मैचों में 4 विजेता पारियाँ खेलकर दिखाई है। इनमे से 2 पारी में तो वे (Virat Kohli) नॉट आउट ही लौटे है। ऑस्ट्रेलिया के सामने टीम ने 2 रनो पर 3 विकेट खोये थे।
ऐसे में कोहली ने 85 रनो की शानदार पारी खेलकर केएल राहुल के साथ 165 रनो की साझेदारी करके मैच जिताया था। बांग्लादेश के सामने भी कोहली ने शतक जमाकर टीम को जीत दिलवाई थी। उनके अलावा श्रेयस अय्यर भी मध्य क्रम में अच्छा कर रहे है।

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बॉलिंग में परफेक्ट कॉबिनेशन बनाना
विश्व कप के मैचों में टीम इंडिया 3 फेस बॉलर, 2 स्पिनर (आलराउंडर जडेजा सहित) और एक फेस बॉलर आलराउंडर हार्दिक पंड्या के साथ खेलती दिखी है। ये कॉम्बिनेशन टीम को मजबूत बनाता है। वैसे पंड्या चोट के कारण बाहर है और वे (Hardik Pandya) जल्दी ही वापिसी करेंगे। ये सभी खिलाडी बॉलिंग से किसी भी विरोधी टीम को हरा सकते है।
अभी तक पेसर शार्दुल ठाकुर ने 3 मैच में 2 विकेट झटके है। स्पिनर रविचंद्रन ने भी 1 मैच खेलते हुए 1 विकेट निकाली है। पेसर मो. शमी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक मैच खेलते हुए 5 विकेट लिए थे। इनके साथ ही सभी 5 मैच में खेलते हुए बुमराह (11), कुलदीप यादव (8), रवींद्र जडेजा (7) और मो सिराज (6) विकेट ले चुके है।