आने वाले दो दिनों में ही क्रिकेट विश्व कप की शुरुआत होने वाली है और टूर्नामेंट का फाइनल मैच 19 नवंबर को होने वाला है। ये वाला विश्व कप एक खास तरीके का रिकॉर्ड भी बनाने वाला है चूँकि इस बार कुछ ऐसी बाते होंगी जोकि पहले नहीं हुई है।
ICC ने क्रिकेट के कुछ रूल्स को भी बदला है जिससे दर्शको का मजा बढ़ने वाला है। विश्व कप (World Cup) का पहला मैच 5 अक्टूबर को होगा जिसमे पिछली बार के विजेता इंग्लैंड एवं उपविजेता न्यूजीलैंड खेलने वाले है।
पूरे विश्वकप की मेजबानी भारत को
इस बार में विश्व कप में सबसे बड़ी बात तो यह है कि पहली बार भारत पूरे विश्व कप को अपने दम पर ही मेजबानी देगा। यह अभी तक के क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में पहली ही बार हो रहा है कि भारत अकेले दम पर विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। पहले भी 1987, 1996 एवं 2011 में भारत संयुक्त रूप से क्रिकेट की मेजबानी कर चुका है।
इस बार के विश्व कप पर देश के करोडो क्रिकेट प्रेमियों की नजरे रहने वाली है और भारत 12 साल बाद फिर से वर्ल्ड कप को जीतना चाहेगा। भारत अभी तक कपिल देव की कप्तानी में 1983 और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2011 का विश्व कप जीतने में सफल हुआ है।
पहली बार वेस्ट इंडीज नहीं खेलेगी
इस बार के क्रिकेट विश्व कप में वेस्ट इंडीज की टीम नहीं उतरने वाली है। वेस्ट इंडीज की टीम ने साल 1975 एवं 1979 का वर्ल्ड कप क्लाइव लॉयड की कप्तानी में अपने नाम किया था। इस बार के विश्व कप के लिए 10 टीमें चुनी जानी थी जिसमे से 8 टीम तो अपना स्थान बना चुकी थी किन्तु 2 टीमों की जगह बची थी।
इन दो टीमों को विश्व कप क्वालीफायर के माध्यम से विश्व कप में आना था। यहाँ पर श्रीलंका एवं नीदरलैंड ने अपनी जगह बना ली थी किन्तु वेस्ट इंडीज जगह बना पाने में नाकाम रही थी।
बॉउंड्री काउण्ट का रूल नहीं होगा
पिछले विश्व कप यानी 2019 में इस रूल ने विशेष भूमिका दिखाई थी। उस विश्व कप के फाइनल मैच में इंग्लैण्ड एवं न्यूजीलैंड के बीच में मैच टाई हुआ था। इसके बाद दोनों को सुपर ओवर खिलाया गया और वो भी टाई ही रहा। इसके बाद बाउण्ड्री काउंट के माध्यम से रिसल्ट तय हुआ।
इस मैच में सर्वाधिक बाउण्ड्री करने वाली इंग्लैंड की टीम विजेता बनी थी और इस रूल पर काफी विवाद भी हुआ था। दर्शको ने भी इस रूल की काफी निंदा की थी। इसके बाद ICC ने इस रूल को बदला है और अब टाई होने पर लगातार सुपर ओवर होंगे जब तक रिजल्ट नहीं निकलता।
कम से कम 70 मीटर की बाउण्ड्री होगी
इस विश्व कप में ICC की ओर से सभी मैदान के क्यूरेटर्स के लिए एक ‘प्रोटोकॉल’ बनाया गया है। इसके अंतर्गत उन्हें पिच पर घर की मात्रा अधिक रखने के लिए कहा है। इसमें बाउंड्री के आकार को भी न्यूनतम 70 मी0 या अधिक रखने की बात कही है। पिछले हुए विश्व कप में इस बाउण्ड्री साइज़ की बात नहीं हुई है।
इस बार के विश्व कप में ओस की खास भूमिका होने के कारण से आईसीसी ने बाउंड्री को लेकर क्यूरेटर्स को सख्त निर्देश दिए है। वैसे क्रिकेट के अंतरराष्ट्रीय मैचों में बाउंड्री का आकार कम से कम 65 मी0 का रहता है और अधिकतम आकार 85 मी0 रख सकते है।

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कोई भी सॉफ्ट सिग्नल नहीं होगा
उस साल जून में ही ICC की तरफ से सॉफ सिग्नल का रूल समाप्त किया गया है जोकि इस बार के विश्व कप में भी नहीं दिखेगा। इस रुल के मुताबिक़, बॉलिंग एन्ड पर खड़े अम्पायर की तरफ से थर्ड अम्पायर को एक विजुअल संवाद होता है जिससे मैदान का अम्पायर अपना फैसला देता है फिर उसी फैसले पर अम्पायर थर्ड अम्पायर रिव्यु लेता है।
अब रूल के अनुसार मैदान के अम्पायर थर्ड अम्पायर से हेल्प ले सकते है किन्तु बॉलिंग एन्ड पर खड़े अम्पायर को दूसरे एन्ड पर खड़े अम्पायर से वार्ता करके निर्णय देना है। इसके बाद वे रूल के मुताबिक़ तीसरे अम्पायर के पास जाने पर वो वीडियो देखने के बाद अपना फैसला देगा।