ICC Rules Changes: टी20 वर्ल्ड कप से पहले ICC ने लिया चौंकाने वाला फैसला, बदल दिए क्रिकेट के ये नियम

इस साल साल के टी20 वर्ल्ड कप 2022 (T20 World Cup 2022) के शुरू होने से पहले अंतराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने एक बड़ा निर्णय लिया है। 1 अक्टूबर 2022 से क्रिकेट के कुछ नियमों को मान्य किया जाएगा। इन बदले हुए नए नियमों के साथ ही टी20 वर्ल्ड कप 2022 खेला जाने वाला है। इन नियमों में बदलाव (ICC Rules Changes) सौरव गांगुली की अगुवाई वाली पुरुष क्रिकेट समिति की सिफारिशों की पुष्टि के बाद किये गए है।

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कैच आउट होने के बाद ये खिलाडी बैटिंग करेगा
ICC के नए नियम के हिसाब से यदि कोई खिलाडी कैच आउट होता है तो उसकी जगह नया बैट्समैन ही बैटिंग करने आएगा। इससे पहले किसी बैट्समैन के आउट होने पर यदि वो नॉन स्ट्राइकिंग बैट्समैन को क्रॉस कर गया है तो नॉन स्ट्राइकिंग बल्लेबाज को बैटिंग दी जाती थी। लेकिन अबसे स्ट्राइक बदलने पर भी नया बैट्समैन ही स्ट्राइक को लेगा।
गेंद की पॉलिसिंग बैन होगी
कोरोना महामारी के प्रकोप के बाद बीते 2 सालों से ICC ने गेंद को थूक से रगड़ने को प्रतिबंधित कर दिया था। अब नए नियमानुसार इस काम पर स्थायी प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। इसका मतलब यह हुआ कि कोई भी बॉलर गेंद को थूक से पॉलिस नहीं कर सकेगा। गेंद को पॉलिशिंग करने पर साल 2020 में प्रतिबन्ध कर दिया गया था।
तैयारी के लिए सिर्फ 2 मिनट
किसी भी बल्ले बल्लेबाज को टेस्ट एयर एकदिवसीय मैच में सिर्फ 2 मिनट में ही स्ट्राइक के लिए तैयार होना पड़ेगा। लेकिन टी-20 प्रारूप में यह समय मात्र 90 सेकंड का ही रहा जायेगा। इस पुराने नियम में एक टेस्ट और एकदिवसीय मुकाबले में ये समय 3 मिनट का रहता था। बैट्समैन के ना आने पर फील्डिंग कैप्टन को टाइम आउट लेना होता था।
फील्डर के गलत व्यवहार पर सजा
यदि मैच के दौरान कोई फील्डर जानकर गलत मूवमेंट करता पाया जायेगा तो बैट्समैन को 5 रन पेनाल्टी की तरह दे दिए जायेंगे। इससे पहले ऐसा होने पर इस गेंद को सिर्फ डेथ बॉल घोषित कर देते थे और बैट्समैन के शॉट को रद्द कर देते थे।
बैट्समेन सिर्फ पिच से ही गेंद मारेंगे
यदि गेंदबाज से कोई गेंद पिच से दूर गिर जाती है तो बल्लेबाज को पिच पर ही बने रहना होगा। यदि कोई बैट्समेन पिच से बाहर जाकर शॉट खेलेगा तो अम्पायर इसको डेथ बॉल घोषित कर देंगे। यदि किसी गेंद पर बल्लेबाज पिच के बाहर जाकर शॉट खेलना पड़ता है तो यह नो बॉल दी जाएगी।

वनडे में भी स्लो ओवर रेट का नियम
जनवरी 2020 से टी-20 प्रारूप में धीमी गति से ओवर्स का नियम शुरू किया गया था। इसके अंतर्गत धीमी गति से ओवर्स करने पर टीम को जुर्माना देना होता था। अब से यह नियम एकदिवसीय मैचों पर भी मान्य होगा।
गेंद करने से पहले बैट्समैन की तरफ बॉल फेकना
यदि कोई गेंदबाज गेंद करने से पहले बल्लेबाज को पॉपिंग क्रीज बाहर आने पर उसको आउट करने के लिए थ्रो करता है तो नए नियम के अनुसार अंपायर इस गेंद को डेथ घोषित कर देंगे।