न्यूज़

अब उत्तराखंड पहुंचा HFMD फीवर, बच्चों के शरीर में निकल रहे हैं फफोले..जानिए इसके लक्षण

एचएफएमडी एक वायरल फीवर है। इस वायरस के संक्रमण से बच्चों के हाथ, पैरों और बांह की कलाई एवं मुँह पर लाल फफोले निकल आते है। देश के विभिन्न प्रदेशों में होने वाले हैंड-फुट और माउथ डिज़ीज़ (HFMD) के मामले अब हरिद्वार में भी मिलने लगे है। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की ओपीडी में प्रतिदिन 1-2 बच्चे इन लक्षणों के साथ आ रहे है। राजकीय अस्पतालों के साथ-साथ इस प्रकार के मामले निजी अस्पतालों में भी पहुँचने लगे है।

now hfmd fever reached uttarakhand blisters are coming out in the body of children
उत्तराखंड पहुंचा HFMD फीवर

जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अखिलेश चौहान ने बताया HFMD से बच्चों को कोई खतरा नहीं है। किन्तु लोगों को किसी भी प्रकार की लाहपरवाही ना करते हुए लक्षण प्रकट होने पर तुरंत चिकित्सा करवा लेनी चाहिए। एचएफएमडी होने पर बच्चों में हल्का बुखार आने के साथ हाथ एवं पैरों में लाल रंग के दाने निकल आते है।

यह भी पढ़ें :-अब शादीशुदा लोग बन जाएँगे मालामाल, ये स्कीम आपको सालाना देगी 54,0000 रूपये, जाने पूरी खबर

HFMD फीवर के लक्षण

एचएफएमडी एक वायरल फीवर है। इस वायरल के संक्रमण से बच्चों के हाथ-पैर, बांह की कलाई और मुँह पर लाल फफोले आ जाते है। कुछ बच्चों में तेज़ बुखार भी देखा जाता है। कुछ में जोड़ों के दर्द, पेट में ऐंठन, जी का मचलना, थकान, उल्टी, डायरिया, खाँसी, छींक, नाँक से पानी एवं शरीर का दर्द आदि देखने को मिल रहे है। यह सब अलग-अलग बिमारियों के लक्षण है लेकिन यह खतरनाक नहीं है। ये बीमारी सामान्यतया 5 वर्ष से आयु के बच्चों को शिकार बना रही है।

HFMD फीवर के सामान्य ऐतिहाज़

यदि किसी में इस संक्रमण के लक्षण नजर आते है तो उनको अन्य लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए। अपने को आइसोलेशन में रखना चाहिए। यह बीमारी आगे न फैले इसके लिए दूसरे लोगों के संपर्क में ना आये। ज्यादा समय एकांत वास में रहे। बीमारी को फैलने से रोकने के लिए दूसरे लोगो तक फैलने से रोकने के लिए अपने संपर्क में सीधे ना आने दें। सक्रमित व्यक्ति के बर्तन, कपडे, डेली यूज़ का सामान आदि को स्वच्छ रखना चाहिए।

बीमारी को लेकर एडवायजरी जारी की गई

बहुत से स्कूलों ने अपने यहाँ पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता के लिए एडवायजरी जारी कर दी है। इसमें बताया गया है कि यह एक सामान्य बीमारी ही है लेकिन बहुत संक्रामक वायरस वाली बीमारी है। जोकि सामान्यतया पाँच साल से कम आयु के बच्चों को संक्रमण कर रही है।

चिकित्सकों ने उपाय बताये

  • दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल से डॉ नरायणजीत सिंह कहते है घर की स्वछता का ध्यान रखे।
  • पुराने खाने और बाजार की खुली वस्तुएं खाने से बचे।
  • हल्के गर्म पानी का सेवन करें।
  • बारिश से भीगने पर एकदम पंखे या एसी में ना जाए।
  • सर्दी महसूस होने पर शरीर को अच्छे से ढंकें।

पिछले कुछ दिनों में HFMD बीमारी से ग्रसित लगभग 20 बच्चे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में आ चुके है। देश रक्षक तिराहे के पास एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इस महीने 15 बच्चे इस रोग के लक्षणों के साथ पहुँच चुके है। अस्पतालों में इस बीमारी के लक्षणों के साथ बचाव के उपायों की जानकारी भी दी जा रही है।

सम्बंधित खबर

Leave a Reply

Back to top button
सिंगर जुबिन नौटियाल का हुआ एक्सीडेंट, पसली और सिर में आई गंभीर आई Jubin Nautiyal Accident Salman Khan Ex-Girlfriend Somy Ali :- Salman Khan पर Ex गर्लफ्रेंड सोमी अली ने लगाए गंभीर आरोप इन गलतियों की वजह से अटक जाती है PM Kisan Yojana की राशि, घर बैठें कराएं सही Mia Khalifa होंगी Bigg Boss की पहली वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट Facebook पर ये पोस्ट करना पहुंचा देगा सीधे जेल!