Government Schemes: भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों ने बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर, हम आपको बताएंगे कि कैसे बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए सरकार नई-नई और कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लाभ प्रदान कर रही है, तो चलिए जानते हैं सरकार द्वारा संचालित विभिन्न लाभकारी सरकारी योजनाओं (Government Schemes) की संपूर्ण जानकारी।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
“बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” योजना भारत सरकार की एक पहल है, जिसे जनवरी 2015 में शुरू किया गया था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना और लैंगिक समानता स्थापित करना है। इसके साथ ही, यह योजना लड़कियों के प्रति सामाजिक भेदभाव और लिंग चयन की प्रथाओं को समाप्त करने के लिए भी काम करती है।
यह योजना सामाजिक और स्वास्थ्य मंत्रालयों के साथ-साथ शिक्षा विभागों के सहयोग से कार्यान्वित की जाती है। इसका उद्देश्य समाज के हर स्तर पर लड़कियों के प्रति सकारात्मक बदलाव लाना है।
मुख्य लक्ष्य:
- लड़कियों की शिक्षा: लड़कियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करना और उन्हें आगे बढ़ने के समान अवसर प्रदान करना।
- लैंगिक समानता: लिंग आधारित भेदभाव को खत्म करना और समाज में लैंगिक समानता को बढ़ावा देना।
- बालिका भ्रूण हत्या रोकना: लिंग आधारित भ्रूण हत्या की प्रथा को समाप्त करना।
योजना के प्रमुख घटक:
- सामाजिक जागरूकता: समाज में लड़कियों के महत्व और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
- स्कूलों में शिक्षा: स्कूली शिक्षा में लड़कियों के नामांकन और उपस्थिति को बढ़ाना।
- स्वास्थ्य और पोषण: बालिकाओं के स्वास्थ्य और पोषण के प्रति ध्यान देना।
सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जो ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के अंतर्गत शुरू की गई थी। यह योजना बालिकाओं के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए एक बचत और निवेश योजना है। इस योजना के माध्यम से सरकार का मुख्य उद्देश्य बेटियों के शिक्षा और विवाह के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना, उनके भविष्य को सुरक्षित बनाना और बालिकाओं के प्रति समाज में सकारात्मक नजरिए को बढ़ावा देना है। इस खाते को देशभर में किसी भी पीएसयू बैंक, डाकघर और चुनिंदा निजी बैंकों में खोला जा सकता है।
योजना के मुख्य तथ्य:
- यह खाता बालिका के 10 वर्ष की उम्र पूरी होने से पहले खोला जा सकता है।
- सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खोले गए खाते में 15 वर्षों तक निवेश करना अनिवार्य है।
- योजना के अंतर्गत न्यूनतम जमा राशि 250 रुपये प्रति वर्ष है, और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक की जा सकती है।
- वर्तमान में इस योजना पर लगभग 8 प्रतिशत की आकर्षक ब्याज दर प्रदान की जाती है।
- SSY के अंतर्गत आयकर की धारा 80C के तहत इसमें किए गए निवेश पर टैक्स छूट का लाभ मिलता है।
- खाता लड़की के 21 वर्ष की उम्र पूरी होने पर या उसके विवाह के बाद परिपक्व होता है।
लाडली लक्ष्मी योजना
लाडली लक्ष्मी योजना भारतीय राज्यों द्वारा शुरू की गई एक पहल है, जिसका उद्देश्य बालिकाओं की शिक्षा और उनके समग्र विकास को समर्थन प्रदान करना है। इस योजना का शुभारंभ सबसे पहले मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किया गया था। जिसके तहत उन परिवारों की बालिकाओं को लाभ मिलता है, जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होती है और जिन्हें शिक्षा और विकास के अवसरों की जरूरत होती है।
उद्देश्य:
- शिक्षा को बढ़ावा: बालिकाओं की शिक्षा के लिए प्रोत्साहन और वित्तीय सहायता प्रदान करना।
- लिंग असमानता में कमी: समाज में लिंग आधारित भेदभाव को कम करना।
- बालिका विकास: बालिकाओं के समग्र विकास को समर्थन प्रदान करना।
मुख्य विशेषताएं:
- आर्थिक सहायता: यह योजना बालिकाओं को उनके जन्म, स्कूल में प्रवेश, और विभिन्न शिक्षा स्तरों पर वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
- शिक्षा प्रोत्साहन: योजना के तहत बालिकाओं को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहन राशि मिलती है।
- कन्या विवाह सहायता: बालिका के विवाह पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, बशर्ते वह 18 वर्ष की उम्र पूरी कर चुकी हो और उसकी शिक्षा पूरी हो गई हो।
बालिका समृद्धि योजना (BSY)
बालिका समृद्धि योजना (BSY) भारत सरकार की एक पहल है, जो विशेष रूप से बालिकाओं के शिक्षा और विकास पर केंद्रित है। इस योजना का कार्यान्वयन भारत सरकार के सामाजिक कल्याण विभाग के माध्यम से किया जाता है। यह योजना बालिकाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, खासकर उनकी शिक्षा और उनके विकास में मदद करने के लिए शुरू की गई है।
उद्देश्य:
- शिक्षा को बढ़ावा: बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित करना।
- लिंग असमानता में कमी: समाज में लिंग असमानता को कम करना और बालिकाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना।
- बालिका भ्रूण हत्या रोकना: बालिका भ्रूण हत्या और लिंग चयन की प्रथाओं को खत्म करना।
मुख्य विशेषताएं:
- आर्थिक सहायता: इस योजना के तहत, बालिकाओं को जन्म के समय और विभिन्न शिक्षा स्तरों पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
- शिक्षा प्रोत्साहन: यह योजना बालिकाओं को उच्च शिक्षा तक पहुँचने में मदद करती है।
- जन्म पंजीकरण की अनिवार्यता: बालिका समृद्धि योजना का लाभ उठाने के लिए जन्म पंजीकरण अनिवार्य है।
लाभार्थी: यह योजना विशेष रूप से उन बालिकाओं के लिए है जिनका जन्म परिवारों में होता है जो निम्न आय वर्ग से आते हैं। इससे उन बालिकाओं को वित्तीय सहायता मिलती है जो अक्सर वित्तीय संकट के कारण शिक्षा से वंचित रह जाती हैं।
महत्व: बालिका समृद्धि योजना न केवल बालिकाओं के शिक्षा और विकास को समर्थन प्रदान करती है, बल्कि यह उन्हें आत्मनिर्भर बनाने और समाज में उनके स्थान को मजबूत करने में भी मदद करती है।