27 सितम्बर का दिन गूगल के बर्थडे के रूप में मनाया जाता है। इंटरनेट की दुनिया में गूगल को जो जगह मिली हुई है वो शायद ही किसी वेबसाइट को मिली होगी चूँकि वो विश्व का सबसे बड़ा प्लेटफार्म है। रोजाना करोडो लोग इस सर्च इंजन की मदद लेते है।
इस दिन की ख़ुशी में कंपनी ने अपने डूडल को नए डिज़ाइन में तैयार किया है। गूगल को एक शोध परियोजना के रूप में शुरू किया गया था किन्तु बाद में ये एक इंटरनेट का सर्च इंजन बन गया जोकि आज दुनिया के सामने है।
गूगल के बनने की कहानी
किस्मत से डॉक्टरेट का शोध करने वाले दो विधार्थी सेर्गेई ब्रिन (Sergey Brin) और लैरी पेज (Larry Page) का मिलना नब्बे के दशक के आखिरी सालों में स्टेनफोर्ट यूनिवर्सिटी में हुआ था। कंप्यूटर विज्ञान को लेकर शोध करने वाले दोनों छात्रों को एक जैसा नजरिया होने का जल्द ही मालुम हुआ। ये दोनों मिलकर वर्ल्ड वाइड वेब को और आसान बनाना चाह रहे थे।
इन दोनों ने मिलकर एक उम्दा सर्च इंजन के प्रोटोटाइप को डेवलप में उन दिनों काफी मेहनत की। इस प्रोजेक्ट में अच्छी उन्नति को देखते हुए दोनों ने इसके लिए एक ऑफिस भी बनाने की सोची। गूगल का पहला ऑफिस एक गैराज में तैयार किया गया। 27 सितम्बर 1998 के दिन Google Inc. का ऑफिसियली अस्तित्व मिला।
तब से लेकर अब तक गूगल के काफी रूप देखने को मिले है और गूगल के आज वाले डूडल में इन सभी रूपों को दिखाया भी गया है। किन्तु आज भी गूगल अपने लक्ष्य को पा रहा है जोकि विश्वभर के लोगो को विभिन्न जानकारियाँ सही रूप में देना।

गूगल का शुरुआत नाम यह था
गूगल को सबसे पहला नाम बैकरब (BackRub) दिया गया था चूँकि इसका प्रोग्राम वेब के ‘बैक लिंक्स’ को एनालाइज करने का काम करता था। यह जानने की कोशिश करता था कि ये वेबसाइट कितनी जरुरी है और दूसरी वेबसाइटो से किस प्रकार से जुडी है। उस समय ये जायदा बैडविड्थ न होने की वजह से स्टेनफोर्ट के सर्वर पर ही काम करता था।
किन्तु सर्च इंजन का नाम पंजीकृत करवाने के दौरान इसका नाम Googol रखा गया चूँकि इसका अर्थ 1 और 00 यानी कि 100 होता है। यहाँ पर इसकी स्पेलिंग में गलती होने के कारण सर्च इंजन का नाम Google रजिस्टर हुआ।
कंपनी की कामयाबी की वजह
गूगल की कामयाबी किसी से भी छिपी नहीं है और इसके 2 कारण है – पहला स्पष्ट इंटरफ़ेस और दूसरा अच्छे खोज परिणाम। इन्ही 2 वजहों ने गूगल को शुरू से ही काफी लोकप्रिय बनाया हुआ है और अभी भी ये बढ़ रही है। हाल के वर्षो में गूगल ने काफी नए टूल जोड़े है जोकि यूजर्स को काफी पसंद भी आ रहे है।
गूगल ने मार्किट में जीमेल, यूट्यूब सहित विभिन्न मोबाइल के एंड्राइड सिस्टम को भी लॉन्च किया है जोकि गूगल की अलग पहचान बनाते है। आज लगभग प्रत्येक व्यक्ति इन सभी प्रोडक्ट में से कम से कम एक तो इस्तेमाल कर रहा होता है। हाल के दिनों में भी गूगल की तरह से AI तकनीक पर आधारित Bard को भी लॉन्च किया है।
यह भी पढ़ें :- भारत की टॉप मोबाईल कंपनियों की लिस्ट – List of Top Indian Mobile Companies
गूगल की बर्थडे की तारीख को बदला गया
गूगल कंपनी ने काफी बार इसकी बर्थडे की तारीख को भी बदला है। पहली बार गूगल के जन्मदिन को 7 सितम्बर के दिन मनाया गया था इसके बाद 6 सितम्बर, 26 सितम्बर और अंत में 27 सितम्बर का दिन गूगल का बर्थडे चुना गया।
इस दिन को चुनने का कारण है कि इसी दिन गूगल ने अपने सर्च इंजन पर पेज सर्च का नया रिकॉर्ड बनाया था। ये वो पेज नम्बर है जोकि गूगल पेज के सबसे नीचे देखने को मिलते है।