बिहार के बक्सर जिले के पास बेपटरी होने से हुए रेल हादसे की जाँच रिपोर्ट आ चुकी है जिसको रेलवे के 6 अधिकारीयों ने तैयार किया है। इस हादसे में 4 यात्रियों की मृत्यु के साथ 78 लोगो के हताहत होने की खबर आई थी। अधिकारी रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा पाया गया है , ये हादसा पटरी में गड़बड़ी की वजह से हुआ है।
दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन से कामाख्या के लिए जाने वाली नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस 11 अक्टूबर की रात को रघुनाथपुर स्टेशन के पास ही ट्रैक से उतर गई थी। इस भीषण हादसे एक बाद रेल 3 टिकड़ो में टूटी थी। इसके बाद अब 6 अधिकारियों के दल के द्वारा हस्ताक्षरित हुई रिपोर्ट में कहा गया है कि ये हादसा ट्रेन के बेपटरी होने के कारण हुआ है।
रिपोर्ट में ट्रेन के यात्री डिब्बों को लेकर भी भी कहा है कि ट्रेन की सभी 22 बोगियाँ एवं इंजन भी ट्रेक से उतर चुके थे। इनमे से 2 तो पुरे के पुरे फाटे है और 2 को नुकसान हुआ था। दूसरी तरफ जॉइंट प्राइमरी इन्वेस्टीगेशन की रिपोर्ट में कहा गया है कि ये ट्रेन एक्सीडेंट इंजिनीरिंग डिपार्टमेंट की कोताही का नतीजा है। पायलट और सह-पायलट नशे में नहीं थे। हादसे की जाँच करने वाली संयुक्त जाँच टीम ने रेल के मैनेजर से लेकर अन्य बहुत से कर्मचारियों के बयान लिए है।
रेलवे को 52.20 करोड़ की हानि हुई
रेल विभाग की तरफ से इस भीषण दुर्घटना में हुए नुकसान को लेकर भी आँकड़े जारी किये गए है। रेलवे के मुताबिक़ उनको 52 करोड़ 20 लाख रुपयों से ज्यादा की हानि हुई है। इस नुकसान में 21 बोगियों के अतिरिक्त दूसरे अमाउंट को जोड़ने के बाद ये आँकड़ा जारी किया है। इस नुकसान की राशि को इंवेस्टगेशन करने आयी CRS एवं रेलवे बोर्ड की जॉइन्ट टीम ने तैयार किया है।
इंजन जाँचा था और पीछे से तेज़ झटका लगा – पायलट
इस रेल हादसे में लोको पायलट विपिन कुमार (Vipin Kumar) भी चोटिल हो गए है और उनके अस्सिटेंट को भी अधिक चोटे लगी है। लोको पायलट ने जानकारी दी है कि ये रेल 128 किमी/घंटा की स्पीड से जा रही थी। किन्तु रघुनाथपुर स्टेशन के पास आने पर ट्रेन को पीछे से जोरदार झटका लगा। शुरू की जाँच में लोको पायलट ने बताया है कि ज्यादा कम्पन एवं झटके से ही ब्रेक पाइप पर प्रेशर एकदम से कम हुआ।
पहियों से चिंगारी निकल रही थी – गेटमैन
जाँच की रिपोर्ट में रघुनाथपुर स्टेशन के गेटमैन एवं पॉइंटमैन ने जानकारी दी है कि उनको रेल के पहियों में से चिंगारी निकलती दिख रही थी। LC (लेवल क्रासिंग) गेट संख्या 59B के गेटमैन ने जानकारी दी है कि रेलगाडी संख्या 12506 गेट से गई और 8 से 10 बोगियों के जाने के बाद उसमे चिंगारी देखी थी। लोको पायलट एवं अस्सिटेंट का ‘ब्रेथ एनालाइजर’ टेस्ट नेगेटिव आया था।
मरने वाले के परिवार और घायलों को मुआवजा
रेलवे ने इस हादसे से प्रभावित हुए लोगो के लिए मुआवजा राशि देने की बात कही है। इस रेल हादसे में मरने वाले लोगो के परिवारों को 10 लाख रुपए एवं हताहत होने वाले लोगो को 50 हजार रुपए मिलेंगे। मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार से जानकारी दी है कि इस हादसे में 4 लोगो की जाने गई है और 30 लोग हताहत हुए है। इनमे से 25 लोग थोड़े से चोटिल हुए है जबकि 5 लोग अधिक चोटिल हो गए है।
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दिल्ली-कामाख्या ट्रेन रुट पर ट्रेने कैंसिल हुई
बक्सर रेल हादसे के बाद रेलवे ने 10 रेलगाड़ियों को निरस्त कर दिया है और 21 रेलों के रुट में भी बदलाव किये गए है। इस रुट पर चलने वाली ट्रेने बुधवार को रात्रि 9:53 बजे से ही रेल हादसे के कारण प्रभावित हुई है।