Elon Musk owns Twitter: जानें कौन है पराग अग्रवाल और विजया गाड्डे, एलन मस्क के निशाने पर थे दोनों
एलन मस्क ने ट्वीटर कंपनी का मालिकाना हक मिलते ही कंपनी CEO पराग अग्रवाल को पद से हटा दिया है। इसके साथ ही मस्क ने कंपनी के CFO नेड सेगल को भी कंपनी से टर्मिनेट कर दिया है।

विश्व प्रसिद्ध टेस्ला कंपनी के CEO एलोन मस्क अब ट्वीटर कंपनी के नए ओनर बन चुके है। अब वे ट्वीटर का काम काज सम्हालने वाले है। किन्तु इन सभी खबरों के बीच में एक चौकाने वाली खबर भी आ रही है कि Elon Musk ने अपनी कंपनी में उच्च पदों पर स्थित भारतीयों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। रायटर्स से मिली जानकारी के अनुसार एलन मस्क ने ट्वीटर कंपनी का मालिकाना हक मिलते ही कंपनी CEO पराग अग्रवाल को पद से हटा दिया है। इसके साथ ही मस्क ने कंपनी के CFO नेड सेगल को भी कंपनी से टर्मिनेट कर दिया है।
इसके बाद मस्क ने कंपनी की लीगल टीम को भी निशाने पर लेते हुए कंपनी में क़ानूनी, पॉलिसी और सुरक्षा मसलों के हेड विजय गाड्डे को भी निष्कासित कर दिया है।
पराग के टर्मिनेशन की वजह
एलन ने पराग को आरोपित किया है कि उन्होंने सोशल मिडिया प्लेटफार्म पर नकली एकाउंट्स की संख्या के बारे में मुझे और ट्वीटर के निवेशकों को गलत जानकारी दी है। ध्यान दें कि जिस समय ट्वीटर के साथ ऑफिस में एलन मस्क की डील हो रही थी तो वहां पर पराग अग्रवाल और नेड सेगल भी मौजूद थे। और इस डील के पूरी हो जाने के बाद दोनों को ट्वीटर मुख्यालय से बाहर कर दिया था। लेकिन अभी तक ट्वीटर के अधिकारियों और मस्क की ओर से इस बारे में कोई ऑफिसियल स्टेटमेंट जारी नहीं हुए है।
- राजस्थान के है पराग – पराग ट्वीटर में भारतीय मूल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर है जो कि राजस्थान के निवासी है। उन्होंने 29 नवंबर 2021 में ट्वीटर के CEO पद को सम्हाला था। पराग का जन्म 21 मई 1984 कको बाडमेर जिले में हुआ था। उन्होंने IIT, मुंबई से बीटेक की पढ़ाई की है।
Twitter CEO Parag Agrawal and chief financial officer Ned Segal ‘have left the company’s San Francisco headquarters and will not be returning’, reports US media
— ANI (@ANI) October 28, 2022
वकील विजया गाड्डे भी मस्क के निशाने पर
पराग के साथ कंपनी के अन्य उच्च अधिकारीयों को भी मस्क ने बाहर कर दिया है। इन्ही में से एक है विजया गाड्डे जिन्होंने साल 2011 में ट्वीटर कंपनी में काम शुरू किया था। वे कंपनी के पॉलिसी, लीगल और सेफ्टी के मामलों से सम्बंधित विभाग के हेड रही है। उनके पद की विश्वनीयता का अंदाजा इसी बात से लगा सकते है कि कुछ मिडिया खबरों में विजया गाड्डे को ट्वीटर कंपनी का ‘मोरल अथॉरिटी’ कहा जाता है। एलन और ट्वीटर के बीच होने वाले करार में विजया ने काफी जरुरी भूमिका अदा की है।
साल 2014 में फार्च्यून ने विजया को ट्वीटर की एग्जीक्यूटिव टीम की ‘सबसे शक्तिशाली महिला’ बताया था। मस्क और विजया के मध्य कंपनी के क़ानूनी मामलों को लेकर कुछ अनबन की खबरे है। यही वजह है कि उनको कंपनी से बाहर कर दिया गया है।
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अप्रैल में अधिग्रहण हुआ था
इसी साल में 13 अप्रैल को मस्क ने ट्वीटर कंपनी का अधिग्रहण की घोषणा की थी। उनके द्वारा 44 अरब डॉलर की डील हुई थी इसमें उन्होंने 54.2 डॉलर प्रति शेयर की दर से कीमत चुकाई थी। लेकिन ट्वीटर के नकली एकाउंट्स के कारण से ट्वीटर और मस्क के बीच विवाद भी हो रहे थे। इसके बाद उन्होंने 9 जुलाई को इस डील से हाथ पीछे करने का निर्णय लिया था। इसके बाद ट्वीटर ने मस्क पर अमेरिकी न्यायालय में मुकदमा दायर किया था। इसको लेकर डेलावेयर के न्यायालय ने 28 अक्टूबर तक ट्वीटर का करार पुरे करने का आर्डर दिया था। मस्क बुधवार में ट्वीटर के ऑफिस सिंक लेकर पहुँचे थे और सबको हैरानी हुई थी।