दिल्ली: MCD चुनाव की तारीखों का ऐलान, 4 दिसंबर को वोटिंग, 7 को आएंगे नतीजे
दिल्ली नगर निगम चुनावों की तारीखों की घोषणा के बाद अब से दिल्ली में आचार संहिता लागु रहेगी। चुनावों के लिए आधी सीटों को महिला उम्मीदवार के लिए आरक्षित किया गया है। चुनाव आयुक्त की ओर से 4 दिसंबर में मतदान और 7 दिसंबर में रिजल्ट का दिन घोषित हुआ है।

आज यानी शुक्रवार के दिन दिल्ली नगर निगम के चुनावों की तारीखों का ऐलान किया जा चुका है। MCD चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद से ही अचार संहिता भी लग चुकी है। चुनाव को 4 दिसंबर में करवाए जायेंगे और इसकी मतगणना 7 दिसंबर के दिन करके परिणाम घोषित कर दिए जायेगा। ध्यान रहे दिल्ली नगर निगम के 250 वार्डो के एकीकृत होने के बाद चुनाव होने है। इससे पहले तक दिल्ली नगर निगम को 3 भागों में बाँटा हुआ था, जिसमें कुल 272 वार्ड आते थे। नए परिसीमन में वार्डों की संख्या को करके 272 से 250 किया गया है।
सीटों की संख्या 250 हुई
दिल्ली चुनाव आयुक्त विजय देव (Vijay Dev) ने चुनाव तिथियों की घोषणा करते हुए बताया है कि 250 वार्ड में 2011 के सेंसेज के हिसाब से 42 सीट को SC और 21 सीटों को महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित रखा है। महिला उम्मीदवार सीटों को अलग से आरक्षित रखा है। इन चुनावों को 13,665 चुनाव केंद्रों में EVM के माध्यम से संपन्न करवाया जाएगा। वे आगे बताते है कि चुनाव वाले दिन पर 2,000 से अधिक सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त रहेंगे।
MCD चुनावों का कार्यक्रम
- अधिसूचना की घोषणा – 7 नवंबर
- नामांकन की अंतिम तिथि – 14 नवम्बर
- नाम वापसी की अंतिम तिथि – 19 नवम्बर
- पोलिंग की तिथि – 4 दिसंबर
- रिजल्ट – 7 दिसंबर
अधिकारीयों-कर्मचारियों की छुट्टियाँ कैंसिल
राज्य चुनाव आयोग, दिल्ली ने MCD चुनाव में अपने अंतर्गत आने वाले सभी कर्मचारी और अधिकारीयों की छुटियाँ कैंसिल कर दी है। चुनाव आयोग के मुताबिक किसी प्रकार की मज़बूरी की दशा में ही इन लोगों को छुट्टी मिल सकेगी। किन्तु ऐसा करने से पहले उनको आयोग से अनुमति अवश्य लेनी होगी। आयोग की ओर से चुनाव के लिए 68 रिटर्निंग ऑफिसर एवं 250 असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर रखे गए है। इसके अतिरिक्त इन ऑफिसर्स के अंतर्गत एवं आयोग के ऑफिस में भारी मात्रा में अधिकारी-कर्मचारी रहेंगे।
MCD पर भाजपा का परचम
दिल्ली नगर निगम की सीटों पर पिछले 15 वषों से भारतीय जनता पार्टी (BJP) क झंडा बुलंद है। तीनो प्रतिस्पर्धी राजनीतिक पार्टियों ने चुनावों के लिए 250 वार्डों पर कैंडिडेट और जीत की रणनीति को लेकर मंथन शुरू कर दिया है।
चुनाव के लिए 1 लाख से ज्यादा कर्मचारी
चुनाव आयुक्त ने जानकरी दी है कि इस चुनाव के लिए 55 हजार से अधिक EVM का इंतजाम हो चुका है। पिछले चुनाव की भांति इस बार भी नोटा का विकल्प रहेगा। बैलेट पेपर पर उम्मीदवारों के फोटो भी रहेंगे। चुनावों को सही प्रकार से संपंन्न करवाने के लिए बहुत से विभागों के कर्मचारी नियुक्त हुए है। आयुक्त के अनुसार करीबन 1 लाख से अधिक स्टाफ चुनावों के दौरान व्यवस्था देंगे।
कोर्ट में कॉंग्रेस ने चुनौती दी
दिल्ली नगर निगम के वार्डो में हुए परिसीमन में कमियों का आरोप लगाते हुए दिल्ली प्रदेश कॉंग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार उच्चतम न्यायालय (SC) में गए है। उनकी आपत्ति के बाद उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार एवं दिल्ली राज्य चुनाव को नोटिस के माध्यम से जवाब की मांग की है। इस मामले को लेकर अगली हियरिंग 14 दिसंबर में होने वाली है। किन्तु कोर्ट की ओर से कॉंग्रेस की आपत्ति के बाद चुनाव पर रोक नहीं लगाईं है। अब चुनाव आयोग के ऑफिसर्स इस मामले को लेकर उच्चतम न्यायालय में प्रतिउत्तर देने की तैयारियों में लगे हुए है।
दिल्ली का परिसीमन जरुरी था
परिसीमन को लेकर हो रहे विवाद को लेकर दिल्ली राज्य चुनाव आयुक्त विजय देव ने साफ किया है कि दिल्ली में परिसीमन की प्रक्रिया आवश्यक हो गयी थी। और यह एक लम्बी प्रक्रिया थी लेकिन हमारे द्वारा समय-सीमा के अंदर ही इस प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया गया। पोलिंग स्टेशनों की रुपरेखा को दुबारा तैयार किया है। दिल्ली नगर निगम में 68 निर्वाचन क्षेत्र है।