Char Dham Yatra 2022: विजयदशमी के दिन घोषित होगी बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि
देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड, उत्तराखण्ड की गणना के अनुसार चारधामों में लगभग 1,14,195 श्रद्धलुओं ने दर्शन कर लिए है।

उत्तराखण्ड में बदरीनाथ धाम के कपाटों को दिन बंद करने की तिथि की घोषणा विजयदशमी के दिन होगी। भगवान की कुंडली को देखने के बाद बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वर प्रसाद नम्बूदर और धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने तिथि को तय किया। धाम के कपाट बंद होने की तिथि को विजयदशमी के दिन पंचांग गणना के बाद निर्धारित किया गया है। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया को कपाट बंद होने से 5 दिनों पहले ही शुरू कर दिया जाता है।
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ के अनुसार, विजयदशमी के दिन ही बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित होगी। बदरीनाथ धाम के हक़-हकूकधारी गाँव के ग्रामीण जन भी इस समय उपस्थित रहेंगे। इस तिथि की घोषणा के बाद शीतकाल में सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट 05 नवंबर और यमुनोत्री धाम के कपाट शनिवार 06 नवम्बर के दिन बंद होने वाले है। इसके बाद भगवान बद्री विशाल के कपाट को 6 दिनों के बाद शनिवार, 20 नवम्बर यानी देव उठनी एकादशी के दिन बंद किया जायेगा। इसके साथ ही शीतकाल के लिए भगवान पंच केदार के कपाटों को बंद करने की तिथि घोषित हो गयी है।
निचले क्षेत्रों के चरवाहे और भेड-बकरियाँ ठण्ड बढ़ने से आने लगे
अब पहाड़ों में ठण्ड बढ़ रही है और उच्च हिमालयी इलाको में बर्फ़बारी से ऊँची जगहों पर ठण्ड होने लगी है। इस कारण से ऊँचे इलाकों में चरन के लिए गयी भेड़-बकरियाँ एवं चरवाहे निचले स्थानों की ओर आने लगे है। गर्मी के मौषम में ये सभी चरवाहे भारत-चीन सीमा के पास के इलाकों में अपनी भेड़-बकरियाँ चराने के लिए जाया करते है। ऐसे ही नंदानगर के सितेल गाँव के भेड-पालक कुँवर सिंह बताते है कि हिमालयी क्षेत्रों में बर्फ़बारी होने के बाद से ठण्ड काफी बढ़ गयी है। इसके कारण वे अपनी भेड़ो और बकरियों को लेकर नीचे के इलाकों में पहुँच रहे है। इसी प्रकार से अन्य भेड़ पालक भी अपनी भेड़ों से साथ निचले इलाकों में आने शुरू हो गए है।
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तिथि घोषित होने से यात्री बढ़ने की खबर
खबरों के अनुसार शीतकाल में कपाट बंद होने से पहले चारधामों में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि देखि गयी है। इस प्रकार से अभी तक लगभग सवा लाख श्रद्धालुओं ने चार धामों के दर्शन कर लिए है। देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड, उत्तराखण्ड की गणना के अनुसार चारधामों में लगभग 1,14,195 श्रद्धलुओं ने दर्शन कर लिए है। चारधाम कपाट के बंद होने की तारीखों के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया – ‘कपाट बंद होने तक प्रदेश में बिना रुकावट के चारधाम यात्रा चलती रहेगी।’ इस पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि हर साल निर्धारित परम्पराओं के अनुसार ही कपाट बंद होते है। इस वर्ष कोरोना के कारण चारधाम यात्रा बाधित हुई हो लेकिनइसके बाद भी श्रद्धालुओं की आस्था में कमी नहीं आई है।