साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, जानें आपके लिए रहेगा शुभ या अशुभ?
ज्योतिष विद्या में ग्रहण के होने को एक अशुभ घटना बताया जाता है। इस दौरान इसे देखने और मांगलिक कार्यो की वर्जना होती है। शास्त्रों मे इसको लेकर कुछ नियम भी बताये गए है। वैसे तो इस ग्रहण को सभी प्रकार से हानिकारक ही बताया जा रहा है। ग्रहण कार्तिक पूर्णिमा के दिन 8 नवंबर में है।

इस साल का अंतिम चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को दिखने वाला है। पिछले सूर्यग्रहण दिवाली से ठीक एक दिन बाद यानी 25 अक्टूबर में ही लगा था। इस सूर्यग्रहण से सिर्फ 15 दिनों के बाद ही यह चंद्र ग्रहण देव दीवाली के दिन (8 नवम्बर) लगने वाला है। साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण 16 मई के दिन हुआ था। अब साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को होगा। पंचांग के अनुसार इस साल कार्तिक पूर्णिमा 7 और 8 नवंबर की तारीखों में रहेगी।
इस साल की देव दिवाली को चंद्र ग्रहण के साये में मनाया जाना है। कार्तिक पूर्णिमा के चंद्र ग्रहण का मोक्ष साय काल में 6:18 बजे हो जायेगा। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार 15 दिनों की अवधि के अंदर होने वाले ग्रहण को अशुभ ही माना जाता है। इस तरह से अलग-अलग राशियों पर इस ग्रहण के प्रभाव देखे जा सकते है।
चंद्र ग्रहण क्या होता है?
जब पृथ्वी अपनी परिक्रमा को करते समय सूर्य और चाँद के बीच में आ जाती है। तो इस समय के दौरान चाँद पर पृथ्वी की छाया पड़ने लगती है। और चंद्र ग्रहण के समय चाँद इस छाया से पूरी तरह से चुप जाता है। पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान चाँद, पृथ्वी और सूर्य आपस में एक सीध में आ जाते है। इस समय पृथ्वी वासियो को चाँद एक काले बिंदु की तरह दिखता है, इसी खगोलीय घटना को ‘चंद्रग्रहण’ कहते है।
भारत में चंद्र ग्रहण कब दिखेगा
ज्योतिषाचार्यो की गणना के अनुसार चंद्र ग्रहण 08 नवंबर के दिन भारतीय समय के अनुसार दिन के 2:41 बजे से शुरू होगा और शाम के समय 6:20 बजे तक रह सकता है। यद्यपि चंद्र ग्रहण शाम के 5:20 बजे से चाँद के उदय हो जाने के बाद से ही दिखाई देने लगेगा। चंद्र ग्रहण मेष राशि में होने वाला है जिसका मध्य शाम के 4:29 बजे होगा। चंद्र ग्रहण का सूतक काल सुबह 8:20 बजे से 6:20 बजे तक यानी की पूरे 9 घंटों की अवधि तक रहने वाला है।
देश में किन जगहों पर ग्रहण देखेगा
भारत के पूर्वी भागों में पपूर्ण चंद्र ग्रहण देखा जा सकेगा। इस साल के आखिरी ग्रहण को कोलकाता, सिलीगुड़ी, पटना, रांची, गुवाहाटी में देखा जाएगा।
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ग्रहण के दौरान इन बातों को याद रखें
- ग्रहण काल में किसी यात्रा से बचें।
- सूतल के समय अपने घर पर ही रहे।
- चंद्र ग्रहण को नग्न आँखों से न देखें।
- ग्रहण के समय से पहले और ख़त्म होने पर अवश्य नहा लें।
- नहाने से ग्रहण का आप पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता है।
- सूतक के समय पर खाने पीने से बचे।
- ग्रहण से पहले बचे रहे खाने को बाद में ग्रहण न करें।
ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएँ ध्यान रखें
- कोई भी महिला ग्रहण के समय पर घर से बाहर न जाए।
- उत्सुकता में ग्रहण को देखने का प्रयास ना करें।
- ग्रहण काल के दौरान अपने पास दूर्वा (दुबड़ा) घास रखें।
- इस दौरान सिलाई-कड़ाई, बुनाई के काम को ना करें।
- शांति बनाये रखें और कोई भी शारीरिक और मानसिक तनाव ना होने दें।
चद्र ग्रहण में उपाय
- ग्रहण काल में अपने इष्ट और भगवान का ध्यान करें।
- देवी देवताओं की भक्ति-अर्चना को अच्छा माना जाता है।
- ग्रहण काल में खाने की समान में बैक्टीरिया पैदा हो जाते है। ऐसा खाना खाने से शरीर में ये प्रवेश कर सकते है।
- ग्रहण के बाद नहाकर दान करना अच्छा माना जाता है।
- हो सके तो गंगा नदी में नहाने के बाद दान करने से विशेष लाभ होता है।