पिछले छत्तीसगढ़ विधानसभा इलेक्शन में हारने के बाद बीजेपी ने इस बार अपनी रणनीति को थोड़ा बदला है। बीजेपी ने कॉंग्रेस एवं सीएम भूपेश बघेल को मात देने के लिए 33 OBC वर्ग के उम्मीदवारो को मौका देने वाली है। लेकिन अभी तक बीजेपी ने प्रदेश के लिए अपने सीएम उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।
अनुमान है कि बीजेपी से सीएम भी कोई ओबीसी वर्ग से ही होगा चूँकि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष भी ओबीसी वर्ग से ही है। पिछली बार के छत्तीसगढ़ विधानसभा इलेक्शन में बीजेपी को डेढ़ सालों तक सरकार चलाने के बाद हार का सामना करना पड़ा था और तब रमन सिंह सीएम रहे थे।
राज्य में ओबीसी वर्ग बहुमत में
छत्तीसगसढ़ में जनता को देखने पर पता चलता है कि यहाँ ओबीसी वर्ग के लोग की आबादी प्रतिशत अधिक है। इसी बात का फायदा पिछले चुनावो में कॉंग्रेस पार्टी उठाने में सफल हुई थी। पार्टी ने ओबीसी वर्ग के उम्मीदवार भूपेश सिंघ बघेल को ही सीएम पद का प्रत्याशी चुना था।
पिछले चुनावो में हारने के बाद ही बीजेपी ने लोकसभा के इलेक्शन में भारी मतों से जीत पाई थी और प्रदेश में सामाजिक स्थिति को साधने को ओबीसी के नेतृत्व को तरजीह दी थी। इस समय पार्टी ने प्रदेशाध्यक्ष के रूप में साहू वर्ग के सांसद अरुण राव एवं प्रतिपक्ष के लिए नारायण चन्देल को चुना था।
सामाजिक समीकरण से बड़े नाम पीछे हुए
राज्य में सीएम रहे रमन सिंह एवं भूतपूर्व मंत्री ब्रजमोहन अग्रवाल को बड़े नेताओ में गिना जाता है। इसके बाद भी ये नेता सामाजिक समीकरण के कारण पीछे रहने को बाध्य है। कॉंग्रेस ने भी पार्टी के आंतरिक दबाव के बावजूद भी ओबीसी वर्ग के बघेल को सीएम के पद पर जारी रखा। इसी से ही प्रेरित होकर अब बीजेपी भी उम्मीदवारो को चुनने में ओबीसी वर्ग को प्राथमिकता दे रही है।
बीजेपी ने 33 सीटे ओबीसी को दी
छत्तीसगढ़ में हो रहे चुनावो में 90 सीट में से 29 सीटों को अनुसूचित जाति एवं 10 सीटों को अनुसूचित जनजाति उम्मीदवार के लिए रिज़र्व रखा गया है। बची रह गई 51 सीटे सामान्य वर्ग के उम्मीदवार के लिए है। इस बार बीजेपी इन सीटों में से 33 सीटों को ओबीसी वर्ग के प्रत्याशियों को दे चुकी है जोकि पिछली बार से 5 सीट अधिक है।
यदि सामाजिक समीकरण को देखें तो राज्य में 52 प्रतिशत जनसंख्या ओबीसी वर्ग से ही आती है। किन्तु पिछले वर्ष सिर्फ 42 प्रतिशत ही ओबीसी वर्ग की गणना हो पाई थी। इस प्रकार से जानकार अनुमान से प्रदेश में 45 प्रतिशत ओबीसी वर्ग की संख्या स्वीकार रहे है।
बीजेपी के 64 उम्मीदवारो की घोषणा
बुधवार को बीजेपी की तरफ से छत्तीसगढ़ विधानसभा इलेक्शन के लिए आखिरी लिस्ट भी घोषित हुई है। बीजेपी ने इस ईस्ट में 4 नामो की घोषणा की है। राजेश अग्रवाल को अम्बिकापुर से मौका मिल रहा है, दीपेश साहू को बेमेतरा एवं सुशांत शुक्ल और धनीराम धीवर को भी कसडोल से ही उम्मीदवारी मिल रही है।
छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावो के लिए 90 सीटों पर बीजेपी ने पहली सूची में 64 उम्मीदवार, दूसरी सूची में 21, तीसरी में 1 और अब आखिरी यानी चौथी में 4 उम्मीदवारो के नमो की घोषणा की है।
बसपा ने कुल 49 उम्मीदवार उतारे
बसपा ने भी 8 अगस्त के दिन अपने 9 उम्मीदवारो की पहली सूची घोषित की थी। फिर 10 अक्टूबर के दिन पार्टी ने अपनी दूसरी सूची में 17 उम्मीदवार घोषित किये। इसके बाद तीसरी सूची में 4 और उम्मीदवारो को चुनावी मैदान में उतारा है। इसके बाद पाँचवी सूची के अंतर्गत 13 उम्मीदवार समेत पार्टी अपनी तरफ से 49 प्रत्याशियों को मौका प्रदान कर चुकी है।

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दो चरणों में मतदान होगा
ध्यान रहे छत्तीसगढ़ इलेक्शन में 90 सीटों को लेकर मतदान होगा। इसके पहले चरण में 7 नवम्बर के दिन 20 सीटों पर मतदान होगा और बची हुई सीटों पर 17 नवंबर में वोटिंग होना तय हुआ है। छत्तीसगढ़ को लेकर 3 दिसंबर के दिन मतदान के परिणाम घोषित हो जायेंगे।