Apple’s Earning Update: अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी Apple को “आई फोन” के नाम से प्रसिद्ध है, और यह कंपनी न केवल मोबाइल फोन, बल्कि आई पैड और लैपटॉप भी बनाती है। Apple के लिए कमाई के कई स्रोत हैं, जिसमें गूगल से मिली राशि भी शामिल है। इसका मतलब है कि आई फोन यूज़र्स के डिफ़ॉल्ट सर्च इंजन के रूप में Google का उपयोग होता है, और Google इसके लिए Apple को एक विशिष्ट भुगतान करता है। हालाँकि किसी भी कंपनी द्वारा इस प्रकार के वित्तीय सौदों की राशि का खुलासा नहीं किया जाता है।
ऐसे में यह जानना आसान नहीं है की ऐपल, गूगल से कितनी कमाई करता है, फिर भी, हाल ही में प्राप्त एक नई रिपोर्ट के अनुसार, गूगल द्वारा ऐपल को प्रतिवर्ष 18 से 20 अरब डॉलर के बीच की राशि का भुगतान किया जाता है। यह जानकारी बताती है कि गूगल और ऐपल के बीच मौजूदा व्यावसायिक संबंध कितने महत्वपूर्ण और आर्थिक रूप से बड़े हैं। इस तरह के वित्तीय लेनदेन दोनों कंपनियों के बाजार में स्थान और उनके आपसी सहयोग की गहराई को उजागर करते हैं।
रिपोर्ट से मिली जानकारी
आपको बता दें, वर्ष 2021 में, वित्तीय सलाहकार संस्था बर्नस्टीन ने बताया कि गूगल अपनी प्रमुख स्थिति को बनाए रखने के लिए हर वर्ष Apple को 10 अरब डॉलर दे रहा है। बाद में एक नई निवेशक रिपोर्ट में उल्लेख हुआ कि अब गूगल का यह भुगतान बढ़कर 18 से 20 अरब डॉलर के बीच पहुँच गया है। इस खबर को सबसे पहले द रजिस्टर ने प्रकाशित किया, जहाँ बर्नस्टीन ने गूगल के विरुद्ध अमेरिकी सरकार के अविश्वास मुकदमे (antitrust trial) के दौरान Apple के लिए उत्पन्न संभावित जटिलताओं पर प्रकाश डाला। इस रिपोर्ट में, न्याय विभाग ने गूगल और Apple के बीच के सूचना सेवा समझौते (ISA) को गूगल के सर्च इंजन पर एकाधिकार के सबूत के रूप में पेश किया है।
गूगल को कमाई का कितना हिस्सा देना होता है?
बर्नस्टीन के अनुसार, गूगल अपने कुल विज्ञापन राजस्व का लगभग 22% ट्रैफिक अधिग्रहण लागत (TAC) के रूप में खर्च करता है। इसमें से, Apple को इसका लगभग 40% हिस्सा प्राप्त होता है। ये आंकड़े एप्पल की सार्वजनिक फाइलिंग्स और गूगल की TAC के विश्लेषण पर आधारित हैं। न्याय विभाग के अनुसार, Apple को गूगल के साथ ISA से प्राप्त आय लगभग 10 अरब डॉलर है, हालांकि यह जानकारी बाहरी स्रोतों से प्राप्त हुई है।
इस रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि गूगल और Apple के बीच के वित्तीय संबंध न केवल गहरे हैं, बल्कि इसमें समय के साथ वृद्धि भी हो रही है। यह दोनों कंपनियों की बाजार में मजबूती और उनके बीच की साझेदारी की गहराई को भी दर्शाता है।
सौदा पूरा होने का असर
हालिया खोजी जानकारी के अनुसार, पिछले महीने Microsoft ने अपने बिंग खोज इंजन को Apple के हाथों बेचने की संभावना पर विचार किया था। यह सौदा अगर साकार होता, तो Apple के उपकरणों में डिफ़ॉल्ट खोज इंजन के रूप में बिंग, Google का स्थान ले लेता है। तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह सौदा पूरा होता, तो Google के मुकदमे में हारने की संभावना बढ़ जाती है, जो Apple के साथ उसके एक दशक पुराने समझौते को संकट में डाल सकता था। फिलहाल, इस मामले पर अगले साल तक कोई निर्णय आने की आशा नहीं है, और लंबी अपील प्रक्रिया की वजह से इस मामले की सुनवाई में देरी हो सकती है।
इस संभावित बिजनेस डील का प्रभाव तकनीकी जगत पर गहरा हो सकता है, खासकर Apple के उपकरणों पर खोज इंजन के चयन को लेकर। यह सौदा Google के व्यावसायिक हितों पर भी असर डाल सकता है और Apple के लिए नई रणनीतिक दिशा निर्धारित कर सकता है।