हमारे देश में जिन युवाओ को सेना में जॉब करनी हो वे एनडीए (National Defence Academy) और सीडीएस (Combined Defence Services) के एग्जाम देते है किन्तु बहुत से लोगो के मन में यह प्रश्न उठता है कि इन दोनों में से बेहतर ऑप्शन कौन सा है।
ये दोनों ही एग्जाम अभ्यर्थी को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट की पोस्ट पर नौकरी दिलवाते है। अधिकांश बच्चे भी ये नहीं जानते कि इन दोनों ही एग्जाम में अन्तर क्या है और इनमें अधिक अच्छा कौन है। ऐसे में यह ध्यान रखे कि इन दोनों ही एग्जाम को क्लियर करने के बाद काफी कम आयु में ही आर्मी में अच्छा करियर बना लेते है।
एनडीए और सीडीएस की सहायता से इंडियन आर्मी में अभ्यर्थी को जल्दी से प्रमोशन भी मिलता है और जल्दी से सेना के ऊँची पोस्टो पर नियुक्ति पाते है। इंडियन आर्मी युवाओ के लिए सीधे ऊँची पोस्टो पर नियुक्ति देने के लिए ये एग्जाम करवाती है। देश की रक्षा के लिए युवावर्ग को ऊँची पोस्टो पर नियुक्ति देते है।
परीक्षा का आयोजन कौन करवाता है?
इन दोनों ही एग्जाम को UPSC (Union Public Service Commission) आयोजित करता है। ये एग्जाम युवाओं को आर्मी में ऊँची पोस्टो पर डायरेक्ट एंट्री देती हैं।
NDA क्या है?
17 से 19 वर्ष की उम्र के युवा उम्मीदवारो के लिए NDA एक प्रवेश परीक्षा है जोकि उनको थल, जल और वायु सेना में लेफ्टिनेंट की पोस्ट पर मौका देती है। इस परीक्षा से उम्मीदवार संबंधित आर्मी की अकादमियों में एंट्री ले सकेंगे।
CDS क्या है?
21 से 24 साल आयुवर्ग के ग्रैजुएट कैंडिडेट्स इस एग्जाम से एंट्री है जो उनको तीनों सेनाओं में अधिकारियो की पोस्ट में एंट्री के मौके देगी।
दोनों के लिए निर्धारित योग्यताएँ
- NDA एग्जाम में आयु 17 से 20 वर्ष और कक्षा 10 शैक्षिक योग्यताएँ चाहिए।
- CDS एग्जाम में आयु 21 से 24 सालऔर योग्यता ग्रेजुएशन जरूरी है।
एनडीए और सीडीएस की विशेषताएँ
- एनडीए (NDA): इस एग्जाम से थल सेना, वायु सेना, और जल सेना में लेफ्टिनेंट की पोस्ट में सीधे पोस्टिंग के लिए यूपीएससी आयोजित करता है। इस एग्जाम में सफल होने पर विद्यार्थियों को संबंधित आर्मी की अकादमी में ट्रेनिंग भी मिलती है।
- सीडीएस (CDS): ये एग्जाम ग्रेजुएट उम्मीदवार देते है और इसके द्वारा से भी इन्ही तीनों सेनाओं में लेफ्टिनेंट के समान पोस्ट पर ही पोस्टिंग मिलती है।
NDA Vs CDS
एनडीए (NDA) और सीडीएस (CDS) दोनों को इंडियन आर्मी से सम्बंधित एग्जाम एवं ट्रेनिंग प्रोग्राम हैं। इन दोनों ही एग्जाम का उद्देश्य आर्मी के लिए योग्य और ट्रेंड अधिकारियों का चुनाव करना होता है। किन्तु इन दोनों ही पोस्टो में कुछ महत्वपूर्ण अंतर भी जानने जरुरी है –
- पाठ्यक्रम और प्रवेश प्रक्रिया : एनडीए के एग्जाम को कक्षा 12वीं के बाद दे सकते है किन्तु सीडीएस के एग्जाम के लिए कैंडिडेट्स को ग्रेजुएट होना होता है ।
- प्रशिक्षण संस्थान : एनडीए से चुने गए कैंडिडेट्स को पुणे के ‘नेशनल डिफेंस अकादमी’ में ट्रेनिंग मिलती हैं। वहीं सीडीएस के द्वारा चुने गए कैंडिडेट्स इंडियन मिलिटरी अकादमी (देहरादून), इंडियन नेवल अकादमी (एझिमाला), और एयर फोर्स अकादमी (हैदराबाद) में जाकर ट्रेनिंग लेते हैं।
- सेवा क्षेत्र : एनडीए से तीनों सेनाओं (थल, जल, और वायु) में एंट्री मिलती है वही सीडीएस से भी तीनों सेनाओं में एंट्री मिलती है लेकिन यहाँ अधिकारियों का चुनाव ज्यादा आयु एवं शिक्षाके आधार पर होता है।
इंडियन आर्मी में अफसर बनने की इच्छा रखने वाले युवाओं के लिए दो महत्वपूर्ण एग्जाम हैं। इन दोनों परीक्षाओं से परीक्षार्थी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट की पोस्ट पाते हैं।