विवेक अग्निहोत्री ने द वैक्सीन वार मूवी में दिखाया है कि जब विश्वभर के देश कोरोना से लड़ाई लड़ रहे थे तो भारत के विज्ञानिको के किस प्रकार से कोरोना की लड़ाई में जीत हासिल की। विवेक ने अपनी बात को इतने खूबसूरत तरीके से दर्शाया है कि देखने वाले भावुक होने के साथ गर्वान्वित भी महसूस कर रहे है।
पिछले कुछ दिनों से लोगो में द वैक्सीन वार के रिलीज़ होने का इंतज़ार था। गुरूवार को यह फिल्म दर्शको के बीच आ चुकी है। इस मूवी में नाना पाटेकर, पल्ल्वी जोशी, अनुपम खेर एवं राइमा सेन मुख्य भूमिका में दिख रहे है। विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) की मूवी को लेकर लोगो में द कश्मीर फाइल्स के बाद बेसब्री बढ़ी है। किन्तु ये फिल्म भी लोगो की आशाओ पर पूर्णतया उतरी है।
मूवी को पॉजिटिव रिव्यू मिले है
अब मूवी को लेकर सोशल मिडिया पर लोगो के रिव्यू आने लगे है अधिकतर लोगो ने मूवी को पावरफुल कहा है। एक पोस्ट में लिखा है कि ये फिल्म काफी जरुरी है और इसे सभी को देखना चाहिए। मूवी को नॉलेज से भरी और प्रेरणादाई भी बताया जा रहा है।
इस मूवी में विज्ञानिको को हीरो की तरह पेश किया गया है और पूरी मूवी में विवेक उनके बलिदान एवं शक्ति को अच्छे तरीके से दर्शाते दिख रहे है। यह मूवी महिला शक्ति को भी अच्छे से दिखाती है और नाना पाटेकर भी इस मूवी से लम्बे समय के बाद दर्शको को दिखने वाले है। नाना (Nana Patekar) की एक्टिंग को भी लोग काफी मजबूत बता रहे है।
मूवी की स्टोरी
मूवी की स्टोरी साल 2020 से 2022 के बीच की है जिसे चीन के वुहान से आने वाले वायरस की न्यूज से ICMR को सावधान होते दिखाया गया है। भारत में भी इसके संभावित परिणामो के लिए तैयारियाँ हो जाती है। इसके बाद वैज्ञानिको की टीम को वेक्सीन के लिए दिक्कतों से जूझता दिखाया जाता है।
इस समय पर सरकार का सहयोग, बहुत से विवाद, कोरोना के बढ़ते मामले और मरते लोगो के साथ विभिन्न फेक्टर्स को एक कहानी में दिखाने के प्रयास हुए है।
नाना पाटेकर को काफी सराहना मिली
मूवी में अभिनय की बात करें तो सभी अभिनेता दर्शको को भावुक करने में काफी सफल हे है। मूवी में सभी लोग अपना किरदार ईमानदारी से दिखाने में सफल हुए है। काफी टाइमपीरियड के बाद नाना पाटेकर का अभिनय लोगो को काफी प्रभावित कर रहा है। कुछ लोग की राय में उनको राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिलना चाहिए।
मूवी की कास्टिंग सही हो तो निर्देशक आधी कामयाबी तो इससे ही पा लेता है। ऐसे में नाना को चुनना एक अच्छा फैसला रहा और वो कुछ दृश्यों में फिल्म और असल जिंदगी के फर्क को मिटाते दिख रहे है। डॉक्टर के रूप में पल्लवी (Pallavi Joshi) ने दक्षिण भारतीय टोन को अच्छे से पकड़ा है।
इसके अलावा मूवी में गिरिजा ओक और निवेदिता भट्टाचार्या (Nivedita Bhattacharya) भी वैज्ञानिक के रोल में काफी अच्छे दिखे है। ये दोनों एक्टर्स भावनात्मकता को अच्छे से दर्शा पाए है। राइम सेन ने भी पत्रकार के रूप में काफी अच्छी परफॉरमेंस दी है। हालाँकि वो अपने रोल को थोड़ा जस्टिस देने में कम दिखी। अनुपम खेर (Anupam Kher) को मूवी में गेस्ट अपीयरेंस मिली है।
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मूवी में ये खास बातें रही
फिल्म आलोचकों के अनुसार इस मूवी की सबसे खास बात ये है कि इसमें महिला शक्ति को अच्छे से दर्शाया गया है। मूवी में कोरोना से जुडी घटनाएँ एक श्रृंखला में हमारे सामने रखी जाती है। शुरू में तो सोशल मिडिया पर फ़ैल रही झूठी बातो को दिखाते है। इसके बाद विज्ञानिको के सामने आने वाली दिक्कतों को दिखाकर आखिर में उनकी जीत भी दिखाई है।