Employees’ Pension Scheme: कर्मचारी पेंशन योजना के तहत निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारी अपनी अधिक पेंशन के लिए एक ऑप्शन को चुनते है परन्तु अब इसके समय को 26 जून 2023 तक बढ़ा दिया गया है। अधिकारियों के पास अभी भी समय है कि वे पुराना पेंशन प्लान चुने या फिर नया पेंशन प्लान। किस में उन्हें अधिक लाभ होगा। आपको बता दे कर्मचारी ज्यादा पेंशन के ऑप्शन को भी चुन सके है क्योंकि यह उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। कर्मचारी जब रिटायर हो जाएंगे तो उनको एकमुश्त राशि प्राप्त करने के लिए इस स्कीम का चयन करना होगा।
Employees’ Pension Scheme क्या है?
भारत सरकार द्वारा नया कानून 1995 में निजी क्षेत्र में काम करने वाले अधिकारियों के लिए शुरू किया गया था। इस कानून को शुरू करने का उद्देश्य निजी क्षेत्र में काम करने वाले अधिकारियों को पेंशन प्रदान करना है। जिस समय सरकार ने इस नए नियम को बनाया था तो उस समय Employees’ Pension Scheme में 6500 रूपए राशि तक का अधिकतम योगदान होता था। इसमें बता दे जो कर्मचारी की मूलभूत सैलरी होती है तथा डीए का जो कुल पेंशन फंड है वह 8.33% में योगदान करने में छूट दिया जाता है।
EPS पेंशन ऐसे पा सकते है
यदि आप अपने रिटायरमेंट होने के पश्चात पेंशन पाना चाहते है तो आप इसके लिए HR डिपार्टमेंट से भी कांटेक्ट कर सकते है। इसके अलावा यदि आप EPS से अधिक पेंशन के लिए पंजीकरण करना चाहते है तो इसके लिए आपको EPFO की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर अपना स्वयं का पंजीकरण करना होगा। जब आप EPFO की वेबसाइट पर जाएंगे तो वहां पर आपको दो ऑप्शन नजर आएंगे। यदि वर्ष 2014 से पहले अधिकारी रिटायर हो जाता है तथा वह इस योजना के तहत अधिक पेंशन योजना के ऑप्शन को सेलेक्ट करना होगा। और यदि कर्मचारी नौकरी कर रहा है तो वे अन्य दूसरे ऑप्शन को चुन सकते है।
EPS पेंशन Fund कैलकुलेट कैसे करें?
यदि आप EPS पेंशन Fund कैलकुलेट करना चाहते है तो सबसे पहले हम आपको उदाहरण के तौर पर बताएंगे जैसे यदि आपकी जो सामान्य सैलरी तथा DA 15 हजार रुपए है तथा आपने इस नौकरी में 35 वर्ष की सर्विस को पूरा किया है तो आपको इन दोनों को गुणा करना है गुणा करने के बाद जो भी संख्या निकलेगी उसे आपको 70 से भाग देना है जिसके बाद आपके पास 10,000 की संख्या प्राप्त होगी अर्थात आपको हर महीने में EPS पेंशन 10 हजार रुपए मिलेगी। आपको बता दे इस योजना में सुप्रीम कोट द्वारा इसके नियमों में बदलाव किए गए है। इसमें आपको पांच वर्ष की जो पेंशन सैलरी के आधार पर कुल औसत निकाल कर पेंशन को फिक्स्ड किया जाएगा।
नए फॉर्मूले से मिलेगी EPS पेंशन
नए फॉर्मूले के मुताबिक आपको बेसिक सैलरी तथा DA मिलाने के बाद उसे आपकी जितनी भी सर्विस रही है उससे गुणा करना है तथा 70 से भाग दे देना है। यह सुप्रीम कोर्ट के नए फैसले के आधार पर बताया जा रहा है। यदि आपकी मूलभूत सैलरी DA से अधिक है तो जो आपकी कर्मचारी पेंशन होगी वह भी अधिक ही होगी। उदाहरण के लिए बता दे यदि आपकी मूलभूत सैलरी तथा DA 1 लाख रुपए तथा आपने 35 वर्ष की सर्विस की है और आपकी महीने की तनख्वाह 50 हजार रुपए मिलेगी जिसमें 15 हजार रुपए की मूलभूत सैलरी पुराने Employee पेंशन स्कीम के नियम से कही ज्यादा अधिक है।