7th Pay Commission: PGI के कर्मचारियों को गणेश चतुर्थी पर मिला तोहफा, UP के डॉक्टरों की सैलरी जान रह जायेंगे दंग

7th Pay Commission: उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से डॉक्टर्स के लिए विशेष व्यवस्था शुरू हो रही है। इसके अंतर्गत नौकरी में 4 गुना तरक्की होने की सम्भावना है। यूपी के डॉक्टर्स को देशभर में सबसे ज्यादा सैलरी मिलती है। यदि कोई डॉक्टर 24 वर्षों तक सेवाएँ प्रदान करता है तो उसको अतिरिक्त निदेशक के सामान वेतन पैमाना मिलने लगता है।
लखनऊ के पीजीआई (PGI Lucknow) के कर्मचारियों को 7th Pay Commision के अंतर्गत भत्ता भत्ता प्रदान करने की अनुमति दे दी है। जानकारो का मानना है कि सरकार ने गणेश चतुर्थी के दिन ही सातवें पे स्केल का गिफ्ट दिया है। इसके बाद उनके वेतन में अच्छी वृद्धि होगी।
यूपी के डॉक्टर्स की देश में सबसे ज्यादा सैलरी
यूपी के डॉक्टर्स की सैलरी देश में सबसे अधिक है। चूँकि उन्हें इस ऐसा भत्ता दिया जाता है जिसका नाम Special Assured Career Progression (SACP) है। प्रांतीय मेडिकल सेवा (पीएमएस) के भूतपूर्व पदाधिकारी डॉ अशोक यादव के अनुसार यूपी गवर्नमेंट ने डॉक्टर्स के लिए ये ख़ास सहूलियत दी है। इसके अंतर्गत चार बार कैरियर उन्नति मिलती है। डॉ यादव के अनुसार यूपी के डॉक्टर्स देशभर में हाई पेड डॉक्टर्स में से एक है।
यह भी पढ़ें :- उत्तर प्रदेश के हेल्थ डिपार्टमेंट में 57 हजार भर्तियों पर सीएम की मुहर, जाने पूरी खबर
अब 237500 रुपए होगी डॉक्टर्स की बेसिक सैलरी
यदि किसी चिकित्सक को चार बार एसएसीपी मिला हो तो उसकी बेसिक सैलरी अधिकतम 2,37,500 रूपये प्रति माह होगी। डॉ यादव के अनुसार 24 सालों की सेवा में चौथी पदोन्नति मिल जाती है। एक डॉक्टर को पहली पदोन्नति 4 साल, दूसरी 9 साल और तीसरी 17 सालों में मिलती है। डॉ यादव बताते है कि यह रोचक तथ्य है कि सेवानिवृत्ति के समय एक सामान्य डॉक्टर की पेंशन मुख्य सचिव के समान के अधिकारी जितनी हो जाती है।
प्रदेश के अन्य डॉक्टर्स से SGPFGIMS का वेतनमान अलग
डॉ यादव ने PGI के कर्मचारियों को सातवें वेतन कमिशन के लाभ पर कहा कि संजय गाँधी पोस्ट ग्रेजुएट चिकित्सा विज्ञान संस्थान के डॉक्टर्स और कर्मचारियों का वेतनमान अन्य डॉक्टर्स से अलग होता है। उनकी सैलरी विभिन्न भत्तों को जोड़कर बनती है।