दुनिया में सबसे ज्यादा साफ़ हवा वाली 5 जगहों के नाम जानें

आजकल दिल्ली एनसीआर में एयर पॉल्यूशन का लेवल खतरनाक स्तर पर आ गया है। प्राइमरी स्कूलों को बंद रखने एवं निर्माण कामो पर कड़ा प्रतिबंध लागू है। दिल्ली सरकार भी 13 से 20 नवंबर तक आड-इवन फार्मूला लागू कर चुकी है। यही दशा (air pollution) कब तक बनी रहेगी यह कोई भी नहीं जानता है ।

हर वर्ष सर्दी के दिनों में ये समस्या सामान्य सी बात हो चुकी है किन्तु ठीक इसके विपरीत दुनियाभर में ऐसे स्थान भी है जहाँ कि वायु अपनी शुद्धता के लिए जानी जाती है। दिल्ली में बढ़ते जा रहे एयर पॉल्यूशन के बीच आइए विश्व के उन स्थानों के नाम जानते है जिनकी हवा काफी शुद्ध है।

विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2022 के अनुसार पॉल्यूशन की वजह से ही हर साल करीबन 60 लाख लोग अपनी जाने गँवा रहे है। ये लोग अस्थमा, कैंसर, फेफड़े की बीमारी, हृदय रोग से मर रहे हैं। विश्वभर में सिर्फ 10 फ़ीसदी लोगो को ही शुद्ध वायु मिल पा रही हैं किन्तु बचे रह गए 90 फ़ीसदी लोगो को दूषित वायु में साँस लेनी पड़ रही है।

दुनियाभर का डेटा लिया गया

विश्वभर की वायु के रिकॉर्ड रखने वाली वेबसाइट IQAir.com में इस मामले पर 131 देशों का डेटा अपलोड है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गाइडलाइन भी जारी की है कि साफ सुथरी हवा वाले देशों और विश्वभर की बड़ी सिटी के डेटा को रखना हैं।

इस रिपोर्ट में वे क्षेत्र भी आते है जोकि स्वतंत्र देश नहीं हैं किंतु अपने देश से दूर आजादी की भावना में ही कार्यरत हैं। इस वजह से उनको आजादी क्षेत्र मानकर वायु नापने के कार्य करने की व्यवस्था दी है।

आंकड़े निकाले का तरीका

आंकड़े PM-2.5 को वार्षिक औसत को आधार बनाकर निकालते हैं। सूची में उन देशों/ क्षेत्रों को अच्छा मानते है जोकि PM-2.5 के केस में 0 से 5 के मध्य हो, इनमें फिनलैंड, एस्टोनिया, न्यूजीलैंड, पर्टो रिको, आस्ट्रेलिया, ग्रेनाडा, न्यू कैलेडोनिया, आइसलैंड में हवाएँ WHO के मानकों के अनुसार 5 तक ही हैं।

डब्ल्यूएचओ के मानकों के आधार पर हमारा देश भारत खराब हवा के मामले में विश्वभर में आँठवा स्थान रखता है। भारत का PM-2.5: 53.3 है किन्तु यह बेहतरी की तरफ भी बढ़ रहा है, 2018 में यही आँकड़ा 73.5 रहा था।

सबसे अधिक शुद्ध वायु वाले देश

गुआम – प्रशांत महासागर में स्थित एक बड़ा द्वीप गुआम की वायु को सर्वाधिक स्वच्छ माना गया है जोकि अभी अमेरिका के अधीन आता है। इस जगह पर 1898 तक स्पेन का राज रहा और हगातना इसकी राजधानी है। ये जगह एक बढ़िया टूरिस्ट प्लेस भी है।

फ्रेंच पोलेनेशिया – ऐसे ही हवा की शुद्धता के मामले में फ्रेंच पोलेनेशिया का नाम दूसरे नम्बर पर है। दक्षिणी प्रशांत महासागर में स्थित यह क्षेत्र द्वीपों का समूह है जिसकी राजधानी पापेते है यह ताहिती द्वीप पर मौजूद है। इस द्वीप समूह की सबसे अधिक आबादी ताहिती में ही रहती है और इस समय यह क्षेत्र फ्रांस से संरक्षण प्राप्त है।

अमेरिकी वर्जिन द्वीप समूह – दुनिया का तीसरा क्षेत्र अमेरिकी वर्जिन द्वीप समूह है जिसकी हवा काफी शुद्ध है। इसको यूएस वर्जिन आइसलैंड भी कहते है। ये द्वीप समूह उत्तर पूर्व कैरेबियन समुद्र में मौजूद है जिस पर अमेरिका का नियंत्रण है।

बरमूडा द्वीप – शुद्ध वायु के मामले में बरमूडा द्वीप चौथे नम्बर पर आता है यह द्वीप उत्तर अटलांटिक महासागर में पड़ता है। अभी या द्वीप ब्रिटेन का प्रवासी क्षेत्र है और इसके राष्ट्र प्रमुख ब्रिटेन के राजा हैं।

सेंट यूसटेटियस, सबा – विश्व में पांचवीं सबसे अधिक शुद्ध वायु बोनेयर, सेंट यूसटेटियस, सबा में है और ये तीनो ही द्वीप कैरेबियन सागर में आते हैं ये तीनों नीदरलैंड का भाग हैं।

Eustatius, Saba
Eustatius, Saba

सबसे अधिक प्रदूषित देशो के नाम

रोपोर्ट के मुताबिक़ दुनिया में 5 देश सर्वाधिक प्रदूषित देश है जिनमें चाड, इराक, पाकिस्तान, बहरीन और बांग्लादेश आदि के नाम हैं। इन देशो की वायु काफी बदतर स्थिति में है, इन देशों में वायु प्रदूषण काफी ज्यादा हैं।

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हवा शुद्ध होने के ये हैं कारण

  • काफी कम जनसँख्या
  • गंदगी का बिलकुल कम होना
  • प्रकृति के समीपता रखना
  • कंक्रीट का निर्माण कम होना
  • मोटर गाड़ियों की अपेक्षाकृत कम संख्या

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