5 new districts will soon be formed in Uttarakhand: एक समय उत्तरखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल ने प्रदेश में नए जिलों के गठन की बात कही थी। उसके बाद से वर्तमान समय तक अलग-अलग सरकारों ने इस मुद्दे पर चर्चाएँ ही की है। अब वर्तमान समय के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नए जिलों के गठन को बल दे दिया है। ध्यान रखना होगा कि हाल के दिनों में ही भाजपा संघठन ने पांच नए संगठनात्मक जिलों की घोषणा की थी।
अब सरकार नए जिलों के गठन को लेकर चर्चा करने का मन बना रही है। धामी (Pushkar Singh Dhami) ने इस बात के संकेत दिए है कि प्रदेश में नए जिलों के गठन की माँगे रही है। इसी कारण से ही प्रदेश का गठन किया गया था। इस मांग की मुख्य वजह प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में सही प्रकार से विकास किया जा सकें। और विकास को सही प्रकार से करने के लिए जिलों का विस्तार करना जरुरी है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेता हरीश रावत (Harish Rawat) का कहना है कि प्रदेश में भर्ती घोटाले से सरकार की नीव हिल चुकी है। उनके अनुसार – इन मामलों से दबाव में आने पर सरकार नए जिले, कॉमन सिविल कोड और भू-कानून जैसे शिगूफे छोड़ रही है।
यदि #जिले बनाने वाली खबर में कुछ सच्चाई है! केवल ध्यान हटाने के लिए जैसे यह शगुफा छोड़ा जा रहा है कि कॉमन सिविल कोड, कोई कह रहा है भू-कानून ताकि जो चूल्हे हिल गई हैं भाजपा की भर्ती घोटाले और अन्य घोटालों से उससे ध्यान हटाया जा सके,….।#Uttarakhand pic.twitter.com/OSXQdTt0dF
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) August 31, 2022
यह ध्यान देने की बात है कि रुड़की, रामपुर, कोटद्वार, काशीपुर और रानीखेत को जिला बनाने की माँगे लम्बे समय से उठाई जा रही थी। यह ध्यान रखते हुए सरकार जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ विचार-विमर्श करेगी।
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निशंक शासन से नए जिलों की कवायत
साल 2011 में मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने चार नए जिलों के निर्माण की घोषणा की थी। इसमें गढ़वाल मण्डल से 2 जिले (कोटद्वार और यमुनोत्री) एवं कुमांऊ मण्डल से 2 जिले (रानीखेत एयर डीडीहाट) को बनाने की मंशा रखी।