सिद्धू के मर्डर के बाद हर रोज कुछ नए राज सामने आ रहे हैं। आपको बता दें, पुलिस ने सिद्धू की मुखबरी करने वाले केकड़ा को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ- साथ पुलिस के हाथो एक और काम्य लगी है वो है लॉरेंस बिश्नोई के शूटर सौरव महाकाल जिसको पुलिस ने पुणे से गिरफ्तारी कर लिया है। सौरव का असली नाम है सिद्धेश हीरामन कांबले पुलिस का मान ना है की महाकाल अब नया राज मिलेगा जिसके बाद पुलिस को मामला सुलझाने में मदद होगी।

अमित डागर ना जाता जेल
बताया जा रहा है की लॉरेंस बिश्नोई ने अमित डागर को मारने के लिए शूटर को भेजा था। अमित डागर पर काफ़ी दिनों से नज़र भी राखी जा रही थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें विक्की मिड्दुखेरा के हत्याकांड में गिरफ्तार कर लिया और डागर को मारने की कोशिश विफल हुई। लेकिन लॉरेंस ने इसे बाद सिद्धू के मैनेजर को मारने के लिए प्लान बनाया पर सिद्धू का मैनेजर भी विदेशी जा चुका था। अगर अमित डागर या सिद्धू के मैनेजर में से किसी की मौत होती तो सिद्धू आज हमारे बीच होते।
विक्की की मौत ना हुई होती
अगर विक्की मिड्दुखेड़ा मैं मौत नहीं होती तो भी सिद्धू आज जिंदा होता। अमित डागर दिल्ली गुड़गांव के टॉप गैंगस्टर कौशल का करीबी दोस्त है। फिल्हाल अमित डागर पंजाब पुलिस की हिरसत में है। अमित डागर पर विक्की मिड्दुखेड़ा के मर्डर का इल्जाम है। विक्की का मर्डर करने के बाद लॉरेंस और अमित डागर के रिस्ते खराब होने लगे थे।अमित डागर पर पहले 2006 में गैंगस्टर के मर्डर का आरोप लगा था। वर्तमान में डागर पर 25 केस दरज है।

अगर सौरव पहले बता देता सच्च
पंजाब पुलिस का कहना है की जिस शूटर ने सिद्धू की जान ली है महाकाल उसका करीबी दोस्त है, दोनो ने पहले भी काफ़ी वरदात की है। महाकाल को बात का पता था की सिद्धू का मर्डर होने वाला है, क्योंकि महाकाल के की दोस्त में मर्डर है। अगर सौरव पहले सच बता देता तो सिद्धू आज जिंदा होते। दिल्ली पुलिस और मुंबई पुलिस मामले को हल करने में लगी है।